आम बजट 2017-18 पेश करते हुए उन्होंने कहा कि हम अनौपचारिक से औपचारिक अर्थव्यवस्था की ओर जा रहे हैं और सरकार को अब सार्वजनिक धन के विश्वसनीय संरक्षक के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी अनेक कदमों की श्रृंखला में एक साहसी व निर्णायक कदम है जिससे बड़ी, स्वच्छ व वास्तविक जीडीपी का नया चलन सामने आएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नोटबंदी का अर्थव्यवस्था पर अस्थायी असर रहेगा जबकि कर राजस्व व ऊंची जीडीपी वृद्धि के रूप में दीर्घकालिक फायदे होंगे।