ऑटो डिजाइन कॉलेज भारत में

हर दिन भारत में वाहनों की संख्या ब़ढ़ती जा रही है। वाहन संख्या और जनसंख्या वृद्धि की दर में ज्यादा भेद नहीं रह गया है। परंतु आश्चर्य की बात है कि भारत में अभी तक कोई ऑटो डिजाइन स्कूल नहीं खुल सका है। देश का पहला ऑटोमोटिव डिजाइन इंस्टीट्यूट दिलीप छाब़िड़या शुरू करने जा रहे हैं। जिसका नाम होगा डीसी कॉलेज। यह इस साल अगस्त तक काम करना शुरू कर देगा।

एशिया में इस तरह का यह तीसरा संस्थान होगा। पाश्चात्य देशों में चलाए जाने वाले पाठ्यक्रमों के समान ही इसमें भी पाठ्यक्रम होंगे। सबसे ब़ड़ी बात यह है कि इसमें केवल कोर्स ही नहीं होगा, प्लेसमेंट भी होंगे और इसकी सूची में फिएट, रेनो, टोयोटा, फोर्ड, जनरल मोटर्स, टाटा मोटर्स शामिल हैं। पाठ्यक्रम भी ऑटोमोटिव स्टाइल के होंगे और परिवहन अभिकल्पन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इंडस्ट्री इंटर्नशिप भी कराई जाएगी।

उन्होंने कहा कि देश के युवाओं में ऑटोमोबाइल का इस कदर क्रेज है कि वे अपना करियर इस दिशा में बनाने को उत्सुक होंगे। इसमें तकनीकी प्रशिक्षण तो मिलेगा ही, साथ ही यह भी देखा जाएगा कि किसी छात्र को करियर बनाने में किस तरह से मदद दी जा सकती है।

इसं संस्थान में प्रवेश के लिए इतालवी डिजाइनिंग कंपनी यूरोपियो डि डिजाइन से अनुबंध किया गया है। इसके अलावा स्टाइलिंग के लिए एक अलग संस्थान से करार किया है, जो ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कोर्स चलाएगी।

कॉलेज में सबसे पहले डिप्लोमा कोर्स होगा। यह एक साल का होगा। संस्थान में प्रवेश के लिए स्नातक होना जरूरी होगा। 2008 तक पाँच नए पाठ्यक्रम शुरू किए जाएँगे।

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