पिछले कुछ दशकों में हमारी दुनिया में बहुत बड़े बदलाव आए हैं। आज हमारी जिंदगी में मशीनों का दखल बहुत बढ़ गया है। मोबाइल से लेकर तमाम बड़ी मशीनों ने हमारे काम-काज के तरीकों को बदल दिया है। कुछ सालों पहले तक हमारे रोजमर्रा के काम मशीनों पर सीमित हद तक निर्भर करते थे। उस वक्त किसी कार्य को करने में अच्छा खासा वक्त भी लग जाता था। आज काम-काज बहुत ही आसान हो गया है। लगातार बदलती तकनीक ने कई नए आविष्कारों को साकार किया हैं। रोबोट ऐसे आविष्कार हैं, जो देखते ही देखते हमारी दुनिया में छा गए हैं। आज बहुत से छोटे-मोटे कामों से लेकर भारी-भरकम निर्माण, सुरक्षा और सैन्य निगरानियों, पर्यटन, पर्यावरण,शिक्षा, सहित चिकित्सा जैसे कामों में रोबोट हमारे साथी हैं। स्टडीज बताती हैं कि आपदाओं के वक्त रोबोट्स बहुत काम आ सकते हैं।
आपने सुना ही होगा कि जापान, चीन आदि देशों में कई रेस्त्रां हैं, जहां आपको मनपसंद ड्रिंक या डिश सर्व करने वाले रोबोट हैं। या फिर आपने रोबोटिक सर्जरी जैसी चिकित्सा पद्धति के बारे में सुना ही होगा। कई खतरनाक मिशन पर भेजे जाने वाले रोबोट्स के बारे में भी आपने कभी न कभी कोई खबर पढ़ी या सुनी ही होगी। दरअसल आज के रोबोट कई ऐसे काम कर सकते हैं, जो श्रम और ज्ञान की दृष्टि से कठिन हैं। रोबोट्स के काम करने का सबसे अच्छा पहलू ये है कि समय और संसाधनों की दृष्टि से ये बहुत फायदेमंद हैं। रोबोट्स एक ही काम को हजारों-हजार बार बिना गलती के कर सकते हैं। इसीलिए आज रोबोटिक्स एक शानदार करियर ऑप्शन बनकर उभरा है। इस फील्ड में हो रहे डेवलपमेंट ने दुनिया का ध्यान रोबोटिक्स की तरफ खींचा है।
रोबोट्स हम सभी के लिए एक बहुत ही आकर्षण का विषय होते हैं। अक्सर टेलिविजन, इंटरनेट आदि पर हम तरह-तरह के रोबोट्स देखते हैं। दरअसल रोबोट एक प्रोग्राम की जा सकने वाली मशीन है। रोबोट ऑटोमेशन में बहुत काम आते हैं। ये हमारे निर्देशों के अनुसार काम कर सकते हैं। यही नहीं आज विज्ञान और तकनीक के आधुनिकीकरण के चलते ऐसे रोबोट्स भी हैं जो पूरी तरह से ऑटो मोड में काम करते हैं। कहने का मतलब है कि बहुत से रोबोट इतने एडवांस हैं कि उन्हें किसी खास तरह के निर्देशों की आवश्यकता नहीं होती। वे किसी सेक्टर में किए जाने वाले कामकाज के बारे में खुद ही निर्णय ले सकते हैं और सौंपे गए टास्क को बिना किसी गलती के पूरा कर सकते हैं।
दुनियाभर में रोबोट्स का चलन तेजी से बढ़ रहा है।
2017 में सउदी अरब ने सोफिया नामक रोबोट को पूर्ण नागरिक का दर्जा दिया है।
2019 में चीन की सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने सिन सियाहोमेंग नामक महिला जैसे दिखने वाले रोबोट एंकर को पेश किया।
भारत में भी एनसीआर आदि जगहों पर कुछ रेस्त्रां मे रोबोट्स सर्विस करते हैं।
सउदी अरब की सोफिया नामक रोबोट नागरिक 2019 में भारत में एक कॉन्फ्रेंस के सिलसिले में आई थी। तब यह बहुत ही आकर्षण का केंद्र बन गई थी। कई देशों में बच्चों और बुजुर्गों के सहायक के बतौर रोबोट्स को एक शानदार विकल्प के बतौर देखा जा रहा है। रोबोट्स पूरी तरह से प्रोग्राम किए गए होते हैं। ये वे हर काम कर सकते हैं, जिसे करने के लिए इन्हें डिजाइन किया गया होता है। अब तो कहा जा रहा है कि रोबोट्स खुद भी सोच सकते हैं। उनके भीतर हम मनुष्यों की ही तरह भावनाएं जन्म ले सकती हैं। रोबोटिक्स जैसी ज्ञान-विज्ञान की एक शाखा का जन्म हुआ और आज पूरी दुनियाभर में लाखों विद्यार्थी इसमें अपना करियर बना रहे हैं। ऐसे ही कुछ कारणों से पिछले कुछ सालों की स्टडीज बताती हैं कि आज कालेजों और यूनिवर्सिटीज में स्टूडेंट्स के बीच रोबोटिक्स सबसे पसंदीदा कोर्स में से एक है। तो अगर आप भी रोबोटिक्स के फील्ड में शानदार करियर बनाना चाहते हैं तो जानते हैं कुछ बेसिक्स-
आखिर क्या है रोबोटिक्स?
दरअसल रोबोटिक्स इंजीनियरिंग की एक ब्रांच है। इसमें कंप्यूटर विज्ञान की अनेक विधियों और इंजीनियरिंग कौशल के जरिये कुछ मॉडल डेवलप किए जाते हैं। इसमें रोबोट के लेआउट, विजुअलाइजेशन, और डिजाइनिंग से लेकर उसके निर्माण उसे काम करने लायक बनाना आदि शामिल है। रोबोटिक्स के अंतर्गत मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग आदि विषयों का समावेश होता है। याने एक पूरी तरह से डेवलप रोबोट को तैयार करने के लिए रोबोटिक्स विज्ञान के अंतर्गत इन सभी विषयों से स्टूडेंट्स को अवगत करवाया जाता है। एक रोबोटिक इंजीनियर को रोबोट्स के मशीनी पहलुओं से लेकर उसके लिए डिजाइन की गई प्रोग्रामिंग, उसके पार्ट्स की फंक्शनिंग, डेटा तथा इंटैलिजेंस आदि की जानकारी होनी चाहिए। रोबोटिक इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट में विद्यार्थियों को इसके अलावा भी कई महत्वपूर्ण स्किल्स सिखाई जाती हैं ताकि वे भविष्य की आवश्यकताओं अनुरूप एडवांस रोबोट्स डिजाइन कर सकें।
सिर्फ साइंस ही नहीं बल्कि डिजाइनिंग, लैंग्वेज आदि के एक्सपर्ट्स की भी रोबोटिक्स में खासी डिमांड।
आउट ऑफ द बॉक्स सोचने वालों के लिए शानदार संभावनाएं।
रोबोटिक्स में क्रिएटिविटी वाले लोगों के लिए अच्छा करियर स्कोप मौजूद।
अपने आस-पास की हर एक्टिविटी, बदलाव को बारीकी से समझने की क्षमता, रोबोटिक्स डेवलपमेंट में बहुत सहायक।
रोबोटिक्स कोर्सेस में प्रवेश कैसे लें
रोबोटिक्स एक इंजीनियरिंग का ही एडवांस एरिया है। बारहवीं गणित और विज्ञान विषयों के विद्यार्थी इसमें प्रवेश ले सकते हैं। हालांकि रोबोटिक्स में डिजाइनिंग, भाषा आदि विषयों के एक्सपर्ट्स की भी आवश्यकता होती है। यह एक इंटरडिसिप्लिनरी विज्ञान है। इसलिए इसमें साइंस बैकग्राउंड के लोगों के साथ ही आर्ट्स, विजुअलाइजेशन, अलग-अलग भाषाओं के जानकारों के लिए भी खूब संभावनाएं हैं। लेकिन इस तरह के एक्सपर्टस ज्यादातर रोबोट्स डेवलपमेंट की एडवासं स्टेज में काम करते हैं। डिजाइनिंग एक्सपर्टस जरूर रोबोट्स की शुरूआती स्टेज पर काम करते हैं, इसलिए कह सकते हैं कि इन सभी फील्ड्स के लोग भी रोबोटिक्स में काम कर सकते हैं। अब हाल ही में आई नई शिक्षा नीति के बाद अब इंजीनियरिंग एजुकेशन में भी बदलाव आ रहे हैं। आने वाले सयम इसमें इससे जुड़े हुए कोर्सेज के लिए जेईई, ग्रेजुएट एप्टिट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग आदि महत्वपूर्ण प्रवेश परीक्षाओं के जरिये अच्छे संस्थानों में प्रवेश लिया जा सकता है। आईआईटी बाम्बे, कानपुर, खड़गपुर, आईआईआईटी हैदराबाद, बिटस, जैसे टॉप इंस्ट्टि्यूट्स में रोबोटिक्स इंजीनियरिंग की पढ़ाई की जाती है। इसके अलावा कई निजी और सरकारी संस्थानों में भी रोबोटिक्स से जुड़े अन्य अलाइड सब्जेक्ट्स में स्टडी करने की सुविधाएं हैं। यूएस, आस्ट्रेलिया, इज्राएल, जापान तथा साउथ कोरिया आदि देशों में भी रोबोटिक्स की एडवांस पढ़ाई की जा सकती है।
रोबोटिक्स, क्रिएटिव फील्ड है, इसलिए इनोवेटिव अप्रोच रखने वालों के लिए शानदार करियर फील्ड।
भविष्य में ऑटोमेशन का काम लगातार बढ़ेगा इसलिए रोबोटिक्स की डिमांड भी बहुत अच्छी रहेगी।
ऐसे अनेक सेक्टर्स जहां क्वालिटी पर बहुत ध्यान दिया जाता है, वहां भी रोबोट्स की मांग बढ़ेगी।
देश-विदेशों में रोबोटिक्स सेक्टर्स में एडवासं लेवल रिसर्च के जानकारों की बहुत डिमांड बढ़ेगी।
जॉब्स, सैलरी और करियर एडवांसमेंट
जहां तक रोबोटिक्स में जॉब और सैलरी की बात है तो यह एक बहुत ही उम्दा क्षेत्र है। इसमें अगर आप अपना करियर शुरू करते हैं तो तरक्की और प्रमोशंस की असीमित संभावनाएं हैं। हां, आपको अपने स्किल्स पर लगातार काम करना पड़ेगा। टेक्नालाजी में आने वाले बदलावों के हिसाब से खुद को भी अपडेट करते रहना होगा। दुनियाभर के प्रोफेशनल फील्ड और सेक्टर्स में सैलरी आदि पर जानकारी रखने वाली वेबसाइट ग्लासडोर के अनुसार भारत में रोबोटिक्स इंजीनियरिंग सेक्टर में औसत सैलरी चार लाख के आसपास होती है। इस क्षेत्र में आपकी विशेषज्ञता और अनुभव के आधार पर सैलरी बढ़ती रहती है। हलांकि देश-विदेश की अच्छी कंपनियों में यह पैकेज बहुत अधिक तक भी चला जाता है। इस सेक्टर में अभी अच्छे लोगों की डिमांड है। आने वाले समय में जैसे-जैसे हर क्षेत्र में ऑटोमेशन बढ़ेगा, रोबोटिक्स सेक्टर में भी नई संभावनाएं मौजूद होंगी। इसलिए अगर आप पैटर्न से हटकर कुछ नया पढ़ना और सीखना चाहते हैं तो रोबोटिक्स आपके लिए बहुत शानदार आप्शन है। अगर आप एक तेजी से बढ़ते हुए सेक्टर में अपना करियर खोजना चाहते हैं तो भी रोबोटिक्स आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प होगा। यह एक ऐसा सेक्टर है जिसमें आप अपनी स्किल्स को लगातार बेहतर करते हुए अपने करियर को टॉप तक ले जा सकते हैं।