जन्म के समय उनके ग्रहों की स्थिति इस प्रकार है- लग्न में मंगल-चन्द्र की युति है। चन्द्र भाग्येश होकर नीच का है। वहीं मंगल स्वराशि का होकर केंद्रस्थ है। मंगल चन्द्र के ही साथ होने से चन्द्र का नीच भंग हुआ अत: अनेक बाधाओं के बाद भी अत्यंत प्रभावशाली रूप में देश के प्रधानमंत्री तक का सफर तय किया।