Chandrayaan-3 : चंद्रयान-3 की लैंडिंग की बदल सकती है तारीख? ISRO के साइंटिस्ट बोले- टचडाउन से 2 घंटे पहले लिया जाएगा फैसला

Webdunia
मंगलवार, 22 अगस्त 2023 (00:24 IST)
chandrayaan 3 latest news in hindi : चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) मिशन के लैंडर मॉड्यूल के बुधवार को अपेक्षित ‘टचडाउन’ (उतरने की प्रक्रिया) से पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पूर्व अध्यक्ष जी. माधवन नायर ने योजना के अनुरूप सब कुछ सफल होने की कामना करते हुए कहा कि ‘टचडाउन’ बहुत ही जटिल प्रक्रिया है और सभी को सतर्क रहना होगा, क्योंकि इसकी सफलता के लिए जरूरी है कि सभी प्रणाली एकसाथ काम करें।
 
चंद्रयान-1 मिशन के प्रक्षेपण के वक्त 2008 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का नेतृत्व कर रहे नायर ने कहा कि एक सफल लैंडिंग ग्रहों के अन्वेषण के अगले चरण के लिए इसरो की एक बड़ी शुरुआत होगी।
ALSO READ: चांद पर होगा भारत का 'सूर्योदय', चंद्रयान-3 के लिए 19 मिनट होंगे काफी अहम
क्या होती है प्रक्रिया : उन्होंने कहा कि यह (लैंडिंग) एक बहुत ही जटिल प्रक्रिया है। हम आखिरी दो किलोमीटर (चंद्रमा की सतह से ऊपर) में ऐसा (चंद्रयान -2 मिशन में चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग) करने से चूक गए।
 
नायर ने कहा कि तो ऐसी बहुत सी चीजें हैं, जिन्हें एक साथ काम करना होगा...थ्रस्टर, सेंसर, अल्टीमीटर, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और बाकी सभी चीजें। कहीं भी कोई गड़बड़ी होने पर...हम मुसीबत में पड़ सकते हैं।’’
ALSO READ: प्रकाश राज ने पहले उड़ाया Chandrayaan 3 का मजाक, फिर बोले- 'नफरत केवल नफरत देखती है'
उन्होंने कहा कि हमें वास्तव में सतर्क रहना होगा और निगरानी रखनी होगी। बेशक, मैं समझता हूं कि इसरो ने पर्याप्त सिमुलेशन (अनुकूलन तैयारी) किया है और अतिरेक को लेकर भी काम किया है ताकि ऐसी विफलता की संभावना कम हो। फिर भी, हमें अपनी तरफ से दुआ करनी होगी।
 
इसरो के अनुसार, रोवर के साथ लैंडर मॉड्यूल के बुधवार शाम करीब 6 बजकर चार मिनट पर चंद्रमा की सतह पर उतरने की उम्मीद है।
ALSO READ: Welcome, buddy! : Chandrayaan 2 के orbiter और Chandrayaan 3 के Lander Module की मुलाकात, जानिए और क्या हुई बात
नायर ने कहा कि हम (चंद्रमा की) सतह से जो आंकड़े एकत्र कर सकते हैं, वह कुछ खनिजों की पहचान करने में उपयोगी होगा...दुर्लभ खनिज, ...हीलियम-3 इत्यादि। यह भी जांचने का प्रयास किया जाएगा कि हम अन्वेषण या मानव उपस्थिति के लिए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास किस प्रकार की व्यवस्था कर सकते हैं। यह (सफल सॉफ्ट-लैंडिंग) इसरो के ग्रह अन्वेषण के अगले चरण के लिए एक बड़ी शुरुआत होने जा रही है। एजेंसियां  Edited By : Sudhir Sharma

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख