Chhatisgarh election news : केंद्र सरकार ने रविवार को ED की सिफारिश पर महादेव ऐप समेत 32 सट्टेबाजी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया। छत्तीसगढ़ में पहले चरण के मतदान से 2 दिन पहले महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी है।
इससे पहले छत्तीसगढ़ में भाजपा ने रविवार को एक वीडियो जारी कर दावा किया कि यह महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले के आरोपियों में से एक सुभम सोनी का है, जिसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है। इस वीडियो में सोनी ने दावा किया है कि उसने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपए दिए हैं।
भाजपा के केंद्रीय मीडिया संयोजक सिद्धार्थनाथ सिंह ने वीडियो बयान को संवाददाताओं के सामने रखा और कहा कि बघेल को पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। सिंह ने कहा कि दुबई में बैठा आरोपी स्वयं वीडियो भेजकर महादेव ऐप की सारी कथा सुनाते हुए बता रहा है कि ऐप के तार कहां-कहां और किस-किस तक जुड़े हैं।
उसने स्पष्ट तौर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, मुख्यमंत्री के बेटे बिट्टू, एक पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल और स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इस सिंडिकेट में शामिल बताया है। अब हमारा स्पष्ट कहना है कि भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री के पद पर तीस दिन तो क्या एक मिनट भी बैठने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
शुभम सोनी वह व्यक्ति है जिसको ईडी ने समन भी किया था वह आया नहीं था मगर उसने एक अपना वीडियो भेजा है, यह बिना काट छांट का वीडियो है। इसलिए मीडिया के सामने इसे पेश कर रहे है।
संवाददाता सम्मेलन में दिखाए गए एक वीडियो में एक शख्स ने आईडी कार्ड दिखाकर खुद को महादेव बुक बेटिंग ऐप का मालिक शुभम सोनी बताया। वीडियो में दिखाए गए व्यक्ति ने दावा किया कि उसने अब तक 508 करोड़ रुपए बघेल साहब और अन्य लोगों को दे चुका है।
उस व्यक्ति ने वीडियो में कहा, 'पैसे देने के बाद भी मेरा काम नहीं हो रहा है..इतना ज्यादा मैं इतना परेशान हो गया हूं इस सिस्टम से कि अब क्या करूं समझ नहीं आता है...मेरे ऊपर ईडी की कार्रवाई शुरू हो गई है..भारत की सरकार से मेरा आखिरी अनुरोध है कि वह मेरी मदद कर दे, मैं इस राजनीतिक सिस्टम में फंस चुका हूं मैं इससे बाहर निकलना चाहता हूं।'
ईडी के मुताबिक, एजेंसी ने पिछले दिनों महादेव ऐप मामले में छत्तीसगढ़ में छापे की कार्रवाई कर कथित एजेंट 38 वर्षीय असीम दास को गिरफ्तार किया था तथा उसके पास से 5.39 करोड़ रुपए बरामद किए गए थे।
कांग्रेस के राज्य संचार विंग के अध्यक्ष सुशी आनंद शुक्ला ने वीडियो को भाजपा की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा, 'भाजपा राज्य में कांग्रेस से मुकाबला करने में विफल रही है और इसलिए उसने ऐसी साजिशों का सहारा लिया है। कोई भी वीडियो जारी कर खुद को महादेव ऐप का मालिक बता सकता है, जबकि इस मामले में सौरभ चंद्राकर को मुख्य आरोपी बताया जा रहा है, छत्तीसगढ़ की जनता चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएगी।'
राजनीति से बाहर होंगे भूपेश बघेल : इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा रविवार को कथित महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाले को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर हमला बोला और कहा यह ऐप उनके राजनीति से बाहर होने का कारण बनेगा।
उन्होंने कहा कि कोई सोच भी नहीं सकता कि महादेव के नाम पर कोई पैसे लूटेगा। मां कामाख्या देवी, मां पार्वती का स्वरूप है..मां पार्वती महादेव की पत्नी भी हैं..आज ऐसी खबर आने पर मां कामाख्या दुखी हैं। बघेल ने महादेव के नाम पर पैसा लूटने का काम किया है..कोई सोच भी नहीं सकता कि कोई महादेव के नाम पर ऐप बनाकर भ्रष्टाचार करेगा।
शर्मा कहा कि यदि बनाना ही था तो किसी दूसरे नाम से ऐप बना लेते। लेकिन आपने महादेव के नाम से ऐप बनाया और एक-दो रुपए नहीं पूरे 508 करोड़ लूट लिए। उन्होंने कहा कि बघेल कहते हैं कि मैं फिर से मुख्यमंत्री बनूंगा। मैं कहता हूं कि आप मुख्यमंत्री बनें, न बनें, मेरा तो विश्वास है कि ये 508 करोड़ रुपए लूटने के कारण आप जरूर सरकार के मेहमान बनने वाले हैं। इसमें कोई संदेह ही नहीं है।
स्मृति बोलीं दुबई में रिमोट: छत्तीसगढ़ के कोंडागांव विधानसभा क्षेत्र में एक रैली को संबोधित करते हुए स्मृति ने कहा कि कांग्रेस ने शराबबंदी का अपना वादा पूरा न करके छत्तीसगढ़ की महिलाओं को धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि मैं हैरान हूं। मुझे नहीं पता था कि सत्ता पाने की लालसा के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब दुबई के रिमोट कंट्रोल से संचालित होंगे। अब तक तो यही कहा जाता था कि रिमोट इटली का है, पर अब पता चला है कि एक रिमोट दुबई में भी पड़ा है। टनाटन फोन आता है, दनादन आदमी भागता है और करोड़ों रुपये के साथ पकड़ा जाता है।