कई विधायकों से भितरघात

रायपुर। विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे कांग्रेस के कई विधायकों के साथ भितरघात हुआ। नतीजों की घोषणा के बाद पार्टी में घमासान मचना तय है। कसडोल के प्रत्याशी राजकमल सिंघानिया ने दो नेताओं की शिकायत पार्टी से कर दी है। कुछ और करने की तैयारी में हैं।

कांग्रेस के कुछ विधायकों ने 'नईदुनिया' से बातचीत के दौरान भितरघात की बात स्वीकार की है। नतीजे आने से पहले वे खुलकर बोलने को तैयार नहीं हैं। उनके मुताबिक वे प्रदेश कांग्रेस को शिकायत करने की तैयारी कर रहे हैं। सिंघानिया ने मतदान से पहले ही जिला पंचायत उपाध्यक्ष परमेश्वर यदु और बलौदाबाजार जनपद अध्यक्ष विद्याभूषण शुक्ला पर भितरघात करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी, प्रदेश अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, कार्यकारी अध्यक्ष द्वय डॉ. चरणदास महंत व सत्यनारायण शर्मा से लिखित तौर पर शिकायत की है। उन्होंने पहली शिकायत 15 नवम्बर व दूसरी 17 नवम्बर को की है। मालूम हो कि यदु व शुक्ला कसडोल से कांग्रेस का टिकट माँग रहे थे।

पार्टी ने दोनों की नहीं सुनी और सिंघानिया का टिकट बरकरार रखा। यही वजह है कि दोनों नेता असंतुष्ट हो गए। सिंघानिया के मुताबिक यदु व शुक्ला ने कुछ स्थानों पर पार्टी के चुनाव कार्यालय खुलने नहीं दिए। जहाँ कार्यालय खुले, वहाँ व्यवधान खड़ा किया। दोनों नेताओं ने अपने समर्थकों व कांग्रेसजनों की बैठक बुलाई, जिसमें प्रत्याशी को नहीं बुलाया गया। सिंघानिया के मुताबिक इस बैठक में कांग्रेस को हराने और भाजपा प्रत्याशी योगेश चंद्राकर को जिताने के लिए चर्चा हुई। उनका कहना है कि अभी उन्होंने सिर्फ दो नेताओं की शिकायत की है। जरूरत पड़ने पर कुछ और नेताओं की शिकायत कर सकते हैं। उनके पास साक्ष्य मौजूद है। सिंघानिया ने पार्टी से दोनों नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का आग्रह किया है।

बलौदा बाजार से चौथा चुनाव लड़ने वाले गणेशशंकर बाजपेयी को भी भितरघात का सामना करना पड़ा। बाजपेयी ने इसका खुलासा करते हुए बताया कि वे भी प्रदेश कांग्रेस से शिकायत करने की सोच रहे हैं। उसके बाद ही नामों का खुलासा करेंगे। बिलाईगढ़ के प्रत्याशी डॉ. शिव डहरिया भी मानते हैं कि कुछ नेताओं ने भितरघात किया। उन्होंने फिलहाल किसी भी नेता की शिकायत नहीं की है। अलबत्ता भविष्य में कुछ नेताओं की शिकायत कर सकते हैं। सरिया सीट समाप्त होने के बाद रायगढ़ से चुनाव लड़ने वाले डॉ. शक्राजीत नायक को पूर्व मंत्री केके गुप्ता समर्थकों की चुनौती का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद वे अच्छी लीड से जीतने का दावा कर रहे हैं। डॉ. नायक ने भितरघात करने वाले किसी भी नेता का नाम नहीं लिया। अलबत्ता कहा कि वे साक्ष्य इकट्ठा कर रहे हैं। पहले प्रदेश कांग्रेस से शिकायत करेंगे। उसके बाद ही सार्वजनिक रूप से कोई वक्तव्य देंगे।

बिलासपुर से प्रत्याशी बनाए गए अनिल टाह भी मानते हैं कि चुनाव के दौरान उनके साथ भितरघात हुआ। टाह के मुताबिक वे शीघ्र अपने समर्थकों की बैठक बुलाने जा रहे हैं। उसमें चर्चा करने के बाद प्रदेश कांग्रेस से शिकायत की जाएगी। विधायक दल के उपनेता व पाटन के प्रत्याशी भूपेश बघेल ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। उनके मुताबिक वे आठ दिसम्बर से पहले अपनी राय से पार्टी को अवगत करा देंगे।

मालूम हो कि बघेल इससे पहले सांसद अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी पर चुनाव हरवाने की कोशिश करने का आरोप लगा चुके हैं। विधायकों व प्रत्याशियों के तेवर से साफ है कि नतीजों की घोषणा के बाद भितरघात के सवाल पर पार्टी में नया संग्राम शुरू हो जाएगा। (नईदुनिया)

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