मालेगांव ब्लास्ट केस में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बरी होने पर रोई उमा भारती, कहा दिग्विजय ने रची भगवा आतंकवाद की झूठी थ्योरी

विकास सिंह

गुरुवार, 31 जुलाई 2025 (17:48 IST)
भोपाल। मालेगांव बम ब्लास्ट मामले में भोपाल की पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर समेत 7 आरोपियों को कोर्ट से बरी किए जाने के फैसले पर अब सियासत शुरु हो गई है। हिंदुत्व की फायर ब्रांड नेता औऱ पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कोर्ट के फैसले पर खुशी जातते हुए कांग्रेस सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिह पर हिंदुत्व और भगवा को जनाबूझकर बदनाम करने का आरोप लगाया है। वहीं कोर्ट के फैसले के बाद उमा भारती के भोपाल स्थित बंगले पर आज पटाखा और लड्डू के साथ जश्न मनाया गया।

कोर्ट के फैसले के बाद मीडिया से बात करते हुए उमा भारती ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को जेल में मिली यातानाओं का जिक्र करते हुए भावुक हो गई  उन्होंने प्रज्ञा ठाकुर को दुर्गा बताते हुए कहा कि जितना शारीरिक टॉर्चर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने जेल में रहते हुए झेला उसके लिए वह उनका अभिनंदन करेगी।

मीडिया से बात करते हुए उमा ने कहा कि महाराष्ट्र पुलिस के अधिकारी ने बताया था कि प्रज्ञा ठाकुर की बहुत शारीरिक प्रताड़ना हुई है। जब वह साध्वी प्रज्ञा से मिलने नासिक जेल में गई थी तब वह मुझसे मिलकर फूट-फूटकर रोई थी। मुलाकात के दौरान प्रज्ञा ने कहा कि जो आपने सुना वो सब सच है। एक महिला जिनका कष्ट झेल सकती थी उसने वह सब झेला। उन्होंने कहा कि भाजपा के कई नेताओं को फंसाने के लिए साध्वी प्रज्ञा ठाकुर औऱ कर्नल पुरोहित को पुलिस ने कस्टडी में बुरी तरह टार्चर किया गया था।

कोर्ट के सभी आऱोपियों के बरी करने के फैसले के बाद पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी के इशारे पर भगवा आतंकवाद की थ्योरी गढ़ी। पूरी दुनिया में हिंदुत्व को बदमान करने के लिए, इस्लामिक आतंकवाद के सामने भगवा आतंकवाद शब्द बनाया गया और उस शब्द को प्रमाणित करने के लिए बहुत बेकसूर लोगों को शिकार बनाया गया जिसमें साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित भी शामिल थे।

उमा भारती ने कहा कि भगवा और हिंदुत्व को बदनाम करने और भगवा आतंकवाद की परिकल्पना करने वालों को सजा किस अदालत में सुनाई जाएगी। इनको या तो जनता की अदालत में सजा मिले या कोई  इनके खिलाफ कोर्ट में जाए। उमा ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित को टार्चर कर जो नाम मांगे गए थे अगर वह नाम दे देते तो आज भाजपा के बहुत से नेता जेल में होते है।
 

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