रायपुर। मतगणना के दौरान जीत तय होते ही भाजपा प्रत्याशियों को रायपुर रवाना होने के लिए कह दिया गया है। उनसे कहा गया है कि प्रमाणपत्र के लिए मतगणना स्थल पर रुकने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि उसकी आवश्यकता विधानसभा में शपथ लेते समय होगी। प्रत्याशियों से कहा गया है कि जीत के बाद विजय जुलूस निकालने की जरूरत नहीं है, क्योंकि भाजपा ने हर जिले में विजय रैली निकालने का फैसला किया है। पूर्व में प्रत्याशियों को 9 दिसंबर को दोपहर तक पहुँचने को कहा गया था, पर अब उन्हें रुझान मिलते ही रायपुर पहुँचने के लिए कहा गया है।
मतगणना शुरू होने से पहले पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सौदान सिंह व प्रदेश संगठन प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान रविवार की शाम तक रायपुर पहुँच जाएंगे। प्रदेश चुनाव प्रभारी रविशंकर प्रसाद के सोमवार को पहुँचने की संभावना है। प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों के माध्यम से वे प्रत्याशियों पर नजर बनाए हुए हैं। सिंह ने शनिवार को बस्तर और सरगुजा के कई प्रत्याशियों से बात कर मतगणना की तैयारियों के बारे में जानकारी ली। उनसे कहा गया कि जीत का रुझान मिलते ही वे रायपुर के लिए रवाना हो जाएं।
कुछ प्रत्याशियों ने प्रमाणपत्र लेने व कार्यकर्ताओं के आग्रह पर विजय जुलूस निकालने की बात कही। संगठन पदाधिकारियों ने उन्हें समझाइश दी है कि प्रमाणपत्र की फिलहाल आवश्यकता नहीं है। इसी तरह जीत के बाद निकाले जाने वाले जुलूस में प्रत्याशियों को शामिल नहीं होने को कहा गया है। खासकर बस्तर और सरगुजा संभाग के प्रत्याशियों से साफ कह दिया गया है कि जीत के बाद पार्टी उनके क्षेत्र में बड़ी विजय रैली निकालेगी, इसलिए वे कार्यकर्ताओं को समझाकर राजधानी पहुँच जाएं।
2003 के विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की तरफ से भाजपा विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश की गई थी, जिससे आशंकित भाजपा ने इस बार एहतियात के तौर पर मतगणना समाप्त होने तक सभी प्रत्याशियों को राजधानी बुला लिया है। पार्टी के बड़े नेता प्रत्याशियों की लगातार निगरानी कर रहे हैं। संगठन के चुनाव लड़ने वाले पदाधिकारियों को भी संबंधित जिले में सतर्क रहने को कहा गया है। (नईदुनिया)