उत्तर भारत में लगातार हो रही बारिश और पहाड़ी इलाकों से आ रहे जल प्रवाह के चलते गंगा नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बढ़ते जल स्तर के कारण वाराणसी के प्रमुख दशाश्वमेध घाट सहित लगभग सभी प्रमुख घाट पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं। जिसके चलते गंगा आरती का स्थान अब चौथी बार बदला गया है। परिणामस्वरूप भव्य गंगा आरती अब घाट पर नहीं बल्कि गंगा सेवा निधि के कार्यालय की छत से की जा रही है।
गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने बताया कि मां गंगा की अविरल निर्मल धारा बहती है, इसलिए उनकी सेवा और आराधना किसी भी परिस्थिति में नहीं रुक सकती। जब तक बाढ़ का जल स्तर सामान्य नहीं हो जाता और घाट सुरक्षित नहीं हो जाते, तब तक आरती कार्यालय की छत से ही की जाएगी।
वहीं प्रशासन लगातार जल स्तर पर नजर बनाए हुए है और एनडीआरएफ की टीमें भी तैनात कर दी गई हैं। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि जल स्तर बढ़ा हुआ है, इसलिए घाटों की तरफ रुख न किया जाए, श्रद्धालु सुरक्षित स्थानों से ही गंगा आरती के दर्शन करें।
Edited By : Chetan Gour