रायपुर। प्रत्याशी चयन के बाद बढ़े असंतोष को रोकने के लिए संगठन के पदाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को आगे आना पड़ा। टिकट से वंचित विधायकों के अलावा ऐसे अनेक नेताओं को प्रत्याशी नहीं बनाया गया, जिनका अपने क्षेत्र में पुख्ता दावा था।
सूची जारी होते ही असंतोष बढ़ा, जिसका प्रदर्शन कुछ लोगों ने पार्टी कार्यालय एकात्म परिसर में किया। इस नाराजगी को संगठन ने गंभीरता से लिया और उन्हें समझाने-बुझाने की कोशिश की जाने लगी। सार्थक नतीजा नहीं आते देख मुख्यमंत्री को पहल करनी पड़ी और उन्होंने नाराज नेताओं से बातचीत शुरू की। करीब तीन दिनों तक उन्होंने इन नेताओं से अलग-अलग चर्चा करने के बाद दावा किया कि सभी क्षेत्रों में नाराजगी दूर हो चुकी है और सभी नेता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के लिए काम करेंगे।
मुख्यमंत्री भले दावा करें, लेकिन संगठन को अलग-अलग माध्यमों से कुछ नेताओं के बागी होने की खबर है। ऐसे नेताओं पर नजर रखने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अलावा स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों को तैनात किया गया है। पार्टी के प्रांतीय संगठन महामंत्री रामप्रताप सिंह इनके माध्यम से असंतुष्टों की गतिविधियों पर नजर रखे हैं। दूसरी तरफ इस काम में कुछ आईएएस व आईपीएस अफसरों को भी लगाया गया है। सूत्रों ने बताया कि थाना और पटवारी कार्यालय स्तर से इन असंतुष्टों की गतिवधियाँ देखी जा रही हैं। पुलिस के एक आला अफसर को जानकारी एकत्र कर उसकी नियमित रिपोर्ट देने को कहा गया है। जिसके आधार पर संबंधित क्षेत्र में रणनीति बनाई जा रही है। (नईदुनिया)