कुमार ने बताया कि पड़ोसी बीजापुर जिले का निवासी कमलेश नक्सलियों के 'माड डिवीजन' और 'नेलनार एरिया कमेटी' में विभिन्न पदों पर काम कर चुका था और उसने 8 वर्षों तक नारायणपुर के नेलनार क्षेत्र के 50 से अधिक गांवों में आतंक फैला रखा था। उन्होंने बताया कि कमलेश 2010 में तत्कालीन दंतेवाड़ा जिले (अब सुकमा में स्थित) में हुए ताड़मेटला नरसंहार में कथित रूप से शामिल था जिसमें 76 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई थी।
एसपी ने बताया कि चारों नक्सलियों पर 8-8 लाख रुपए का इनाम था और वे 40 से अधिक हिंसक घटनाओं में शामिल थे। अधिकारी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने के उनके फैसले से माओवादियों की नेलनार और आमदई एरिया कमेटी को बड़ा झटका लगा है, जो पूर्व में कई हिंसक घटनाओं को अंजाम देने में अहम भूमिका निभा चुकी हैं।