एमआरआई रिपोर्ट में फंगस की पुष्टि हुई। इसके बाद जब इंडोस्कोपी की गई तो पता चला कि मरीज के अंदर तीनों ही रंगों के फंगस हैं। नाक में ब्लैक फंगस पाया गया, साइनस में यलो और मैग्जिलरी बोन के ऊपर व्हाइट फंगस पाया गया है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के ही गाज़ियाबाद में एक मरीज़ में ब्लैक फंगस के साथ-साथ व्हाइट फंगस और यलो फंगस भी मिला था। गाजियाबाद के जिस मरीज में यलो फंगस पाया गया है, उसकी उम्र 34 साल है और वह कोरोना से संक्रमित रह चुका है। इसके साथ ही वह डायबिटीज से भी पीड़ित है।