Omicron : देश में लगातार बढ़ रहे ओमिक्रॉन के केस, कर्नाटक में 5 और तेलंगाना में मिले 4 नए मरीज, कुल आंकड़ा 88 पहुंचा

Webdunia
शुक्रवार, 17 दिसंबर 2021 (00:40 IST)
बेंगलुरु/नई दिल्ली। देश के अलग-अलग राज्यों में गुरुवार को कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के कुल 14 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही ऐसे मामलों की संख्या बढ़कर 88 तक पहुंच गई। क्रिसमिस को देखते हुए कई राज्यों में सख्ती बढ़ाई जा सकती है।
 
गुरुवार को कर्नाटक में ओमिक्रॉन स्वरूप के 5 मामले दर्ज किए गए जबकि दिल्ली और तेलंगाना में 4-4 और गुजरात में एक नया मामला सामने आया। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने गुरुवार को कहा कि राज्य में कोरोनावायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के और 5 नए मामले आने के साथ ही इससे संक्रमित लोगों की संख्या 8 हो गई है।
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कहां कितनी संख्या : लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक देश में कोरोनावायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन से संक्रमित लोगों की संख्या अब बढ़कर 88 हो गई है। महाराष्ट्र में अब तक ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। यहां ओमीक्रॉन के 32 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा राजस्थान में 17, दिल्ली में 10, कर्नाटक में 8, तेलंगाना में 7, केरल में 5, गुजरात में 5, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और चंडीगढ़ में 1-1 मामले सामने आ चुके हैं।
 
सुधाकर ने ट्वीट किया कि कर्नाटक में आज ओमिक्रॉन के पांच और मामले आए- ब्रिटेन से लौटा 19 वर्षीय युवक, दिल्ली से लौटा 36 वर्षीय व्यक्ति, दिल्ली से लौटीं 70 वर्षीय महिला, नाइजीरिया से लौटा 52 वर्षीय व्यक्ति और दक्षिण अफ्रीका से लौटा 33 वर्षीय व्यक्ति।
 
देश में ओमिक्रॉन के पहले दो मामले कर्नाटक में 2 दिसंबर को सामने आए थे, जिनमें पहला मामला देश छोड़ चुके एक दक्षिण अफ्रीकी व्यक्ति का है और दूसरा एक स्थानीय डॉक्टर का जिन्होंने फिलहाल कहीं की यात्रा नहीं की है।
 
तेलंगाना के जनस्वास्थ्य निदेशक जी श्रीनिवास राव ने कहा कि चार नए मामलों में से तीन लोग केन्या के हैं जबकि एक व्यक्ति भारतीय मूल का है। उन्होंने कहा कि मरीजों के बारे में अन्य जानकारियो जुटाई जा रही हैं इसलिए शुक्रवार को विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी।
 
दिल्ली में 10 मामले : दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में अभी तक कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमिक्रॉन’ के 10 मामले सामने आए हैं और उनमें से किसी की हालत ‘गंभीर’ नहीं है। उन्होंने बताया कि संदेह के आधार पर 40 लोगों को लोकनायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से 38 कोरोना वायरस से संक्रमित हैं।
 
जैन ने पत्रकारों से कहा कि दिल्ली में अभी तक ओमीक्रोन स्वरूप के 10 मामले सामने आए हैं। इनमें से एक को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। उन्होंने बताया कि इनमें से किसी की हालत ‘गंभीर’ नहीं है।
 
गुजरात में मेहसाणा जिले की विजयपुर तहसील के एक गांव की 41 वर्षीय महिला स्वास्थ्य कर्मी बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप से संक्रमित पाई गईं। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद गुजरात में ‘ओमिक्रॉन’ के कुल मामलों की संख्या 5 हो गई है।
 
मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विष्णुभाई पटेल ने कहा कि महिला मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा) के तौर पर सेवारत है। उसका विदेश यात्रा का कोई इतिहास नहीं है, लेकिन वह हाल में जिम्बाब्वे से लौटे अपने एक रिश्तेदार के संपर्क में आई थी। उन्होंने बताया कि उसका मेहसाणा के वडनगर शहर के एक सरकारी अस्पताल में बनाए गए पृथक वार्ड में इलाज चल रहा है और उसकी हालत स्थिर है।
 
पटेल ने कहा कि महिला के पति की हाल में कैंसर के कारण मौत हो गई। उनकी शोकसभा में शिरकत करने के लिए उसके पति के बड़े भाई और भाभी पिछले महीने जिम्बाब्वे से आए हैं। दोनों की तीन बार कोविड-19 की जांच की गई और उनकी रिपोर्ट हर बार निगेटिव आई। अधिकारी ने बताया कि प्रशासन ने एहतियाती तौर पर संपर्कों का पता लगाने का फैसला किया है। 
महिला 10 दिसंबर को संक्रमित पाई गई थीं। इसके बाद उनके नमूने को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया। जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट गुरुवार को आई है और उसमें ‘ओमिक्रॉन’ स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
 
हल्का न समझें : कोरोनावायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को बेहद खतरनाक वेरिएंट माना जा रहा है और ये तेजी से दुनिया के ज्यादातर देशों में फैलता जा रहा है। हालांकि इस वेरिएंट को लेकर हर देश में सजगता बरती जा रही है।
 
विश्व स्वास्थ्य संगठन की क्षेत्रीय निदेशक ने आगाह किया है कि वेरिएंट को ‘हल्का’ कहकर खारिज नहीं किया जा सकता, क्योंकि ये तेजी से फैल रहा है। कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट से उत्पन्न चिंताओं के बीच, डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने गुरुवार को कहा कि ओमिक्रॉन किसी भी अन्य पिछले वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैल रहा है और इसे हल्का कहकर खारिज नहीं करना चाहिए।

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