उन्होंने कहा कि इसी गुस्से में उन्होंने लस्काना इलाके में कुछ ठेलों और टायरों में आगजनी की। हमने 80 प्रवासी कामगारों को हिरासत में लिया है। भारी पुलिस बंदोबस्त और प्रशासन की कड़ी नजर की वजह से स्थिति नियंत्रण में आई। सूरत में 30 मार्च को 90 प्रवासी कामगारों को ऐसे ही मुद्दों को लेकर देशव्यापी बंद का उल्लंघन करने तथा पुलिस पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।