न्यूयॉर्क। कोरोना वायरस (Corona virus) कोविड-19 की महामारी के मद्देजर अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर लगी रोक के बीच एअर इंडिया का विमान अमेरिका में फंसे करीब 300 भारतीयों को न्यूजर्सी से लेकर हैदराबाद के लिए रवाना हुआ। विमान में सवार यात्रियों में संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व राजदूत सैयद अकबरुद्दीन भी शामिल हैं।
न्यूजर्सी से यह दूसरी उड़ान है जिसमें भारतीयों को स्वदेश लाया जा रहा है। कोविड-19 की वजह से यात्रा प्रतिबंधों के कारण बड़ी संख्या में भारतीय अमेरिका में फंसे हुए हैं और उन्हें लाने के लिए एयर इंडिया नौ मई से 15 मई के बीच सात गैर अनुसूचित वाणिज्यिक उड़ानों का परिचालन कर रहा है।
इसी कड़ी में 14 मई को एयर इंडिया का विमान नई दिल्ली/हैदराबाद के लिए न्यूजर्सी के नेवार्क लिबर्टी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 300 यात्रियों के लिए रवाना हुआ। अमेरिका में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए यह छठी गैर अनुसूचित वाणिज्यिक उड़ान है। पहली उड़ान सैन फ्रांसिस्को से शनिवार को मुंबई एवं हैदराबाद के लिए रवाना हुई थी।
अकबरुद्दीन जो 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हुए थे, वह भी 14 मई को नेवार्क से रवाना हुए विमान में सवार हैं।अकबरुद्दीन ने एयर इंडिया और हैशटैग वंदेभारत मिशन के साथ ट्वीट किया, घर वही है जहां पर दिल हो, अलविदा न्यूयॉर्क और संयुक्त राष्ट्र आज घर जा रहा हूं।
भारत मां की गोद में वापसी की व्यवस्था करने के लिए दिल से आभार व्यक्त करता हूं।भारत सरकार ने कोविड-19 की वजह से दुनियाभर में फंसे भारतीयों की वापसी के लिए सबसे बड़े अभियान वंदे भारत मिशन की शुरुआत की है।
अमेरिका में भारतीय राजदूत ने तरणजीत संधू ने ट्वीट किया, भारतीयों की वापसी के लिए मदद कर रहे हैं। यह भारतीयों की वापसी के लिए शुरू एयर इंडिया की छठी उड़ान है जो अमेरिका के नेवार्क से दिल्ली एवं हैदराबाद के लिए रवाना हुई।
उल्लेखनीय है कि पहली गैर अनूसूचित वाणिज्यिक उड़ान का परिचालन 10 मई को न्यूजर्सी से मुंबई और अहमदाबाद के लिए किया गया था। न्यूजर्सी से दो उड़ानों के अलावा दो उड़ानों का परिचालन शिकागो से (11 मई को शिकागो से मुंबई एवं चेन्नई और 15 मई को दिल्ली एवं हैदराबाद के लिए) के लिए निर्धारित है।
13 मई को सैन फ्रांसिस्को से भारतीयों को लेकर एयर इंडिया के दो विमान दिल्ली और बेंगलुरु के लिए रवाना हुए। हैदराबाद और दिल्ली के यात्रियों को लेकर एक विमान 12 मई को वॉशिंगटन से रवाना हुआ था।(भाषा)