भोपाल। महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर के अलर्ट के बाद मध्यप्रदेश में भी कोरोना की तीसरी लहर की आंशका बढ़ गई है। बीते दो सप्ताह से लगातार कोरोना के एक्टिव केस बढ़ने के बाद अब सरकार की चिंता भी बढ़ने लगी है। जबलपुर, इंदौर और भोपाल में लगातार कोरोना के मामले बढ़ने के बाद आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बड़ी बैठक करने जा रहे है। जिसमें कोरोना की तीसरी लहर की आंशकाओं को देखते हुए सितंबर महीने में पूरे प्रदेश के लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगाने का लक्ष्य हासिल करने की रणनीति बनाई जाएगी। इसके साथ तीसरी लहर को रोकने के लिए कुछ और बड़े निर्णय लिए जा सकते है।
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि कोरोना की तीसरी लहर को आने से रोकने में पूरा सहयोग दें। अठारह साल से अधिक आयु के जिन पात्र लोगों को कोरोना से बचाव का वैक्सीन का पहला डोज़ लग चुका है वे दूसरा डोज अवश्य लगवाएँ। आगामी 30 सितंबर तक प्रदेश के संपूर्ण पात्र नागरिकों को वैक्सीन का प्रथम डोज़ लगाने का लक्ष्य है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों, विभिन्न संगठनों, राजनीतिक दलों और लोगों से कोरोना से बचाव के प्रयासों में सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना से लेकर अस्पतालों में आवश्यक बेड उपलब्ध करवाने का कार्य कर रही है। आम जनता के सहयोग से ही कोरना से बचाव के लक्ष्य को पूरी तरह प्राप्त किया जा सकता है, इसलिए सभी लोग कोरोना अनुकूल व्यवहार अपनाकर सहयोग प्रदान करें।