वहीं कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर आदिवासी को गुमराह करने और नौजवानों व युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान केवल रोजगार के नाम पर घोषणा करते ही नजर आते है और वह अब सिर्फ घोषणावीर मुख्यमंत्री रह गए है।“आदिवासी अधिकार यात्रा” की झलकियाँ। pic.twitter.com/Sj49lfYxFE
— MP Congress (@INCMP) September 6, 2021
दरअसल मध्यप्रदेश की सियासत में पिछले कुछ समय से आदिवासी सत्ता के केंद्र में है। प्रदेश में सत्तारुढ़ पार्टी भाजपा के विश्व आदिवासी दिवस पर छुट्टी खत्म होने को विपक्षी दल कांग्रेस ने मुद्दा बनाते हुए विधानसभा में जोर शोर से उठाया था।15 महीनों में जनजातियों को अपमानित करती रही कांग्रेस सरकार
— BJP MadhyaPradesh (@BJP4MP) September 6, 2021
कमलनाथ के मुख्यमंत्री रहते एमपीपीएससी के प्रश्नपत्र में भील जाति को अपराधी बताकर अपमानित किया।
जबकि इस जनजाति ने टंट्या भील जैसे महान क्रांतिकारी को जन्म दिया।#धोखा_यात्रा pic.twitter.com/evrIRlCzOX