भारत बायोटेक के अनुसार कोवैक्सीन गंभीर एलर्जिक रिएक्शन की वजह बन सकती है। इसके कारण सांस लेने में दिक्कत, चेहरे या गर्दन पर सूजन, तेज धड़कन, शरीर पर रैश, चक्कर और कमज़ोरी जैसी समस्या हो सकती है।
-एलर्जी पीड़ित, बुखार और ब्लीडिंग डिसऑर्डर वाले, वो लोग जो खून पतला करने की दवाई लेते हैं, उन्हें भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन न लगाने की सलाह दी।
- इम्युनिटी को लेकर दवाई लेने वालों को भी कोवैक्सीन नहीं लगवाना चाहिए।
-गर्भवती महिलाएं और वे महिलाएं जो स्तनपान कराती हैं, उन्हें भी इस वैक्सीन लगाने से मना किया गया है।
-जिन लोगों ने दूसरी वैक्सीन ली है, या फिर किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, उन्हें भी कोवैक्सीन का टीका नहीं लगवाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि पहले चरण में डॉक्टर, नर्सों और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों को ही कोरोना वैक्सीन दी जा रही है। अवर स्वास्थ्य सचिव मनोहर अगनानी के अनुसार, 3 दिनों के टीकाकरण अभियान में देशभर में 580 लोगों में इसका प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिला है। इनमें से भी मात्र 7 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ी।