नई दिल्ली। देश में रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी के आने के बाद देश लोगों के पास वैक्सीनेशन के लिए 3 विकल्प हो गए हैं। हालांकि वैक्सीन की राशनिंग अभी भी जारी है। लोग अभी भी वैक्सीनेशन के लिए परेशान है। 18 से 44 वर्ष के लोगों को वैक्सीन के लिए स्लॉट नहीं मिल रहा है तो कोविशील्ड का पहला डोज ले चुके 45 वर्ष के ऊपर के लोगों को दूसरे डोज के लिए 13 से 16 माह तक इंतजार करने को कहा गया है। फिलहाल अधिकांश राज्यों में वैक्सीन सरकारी खर्चे पर ही लग रही है। कुछ वैक्सीन केंद्र सरकार राज्यों को दे रही है शेष की व्यवस्था राज्यों को खुद करना है।
21.26 करोड़ रजिस्ट्रेशन, 18.07 करोड़ खुराक : देश में वैक्सीनेशन के लिए 21.26 करोड़ लोगों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। इनमें से 7,53,60,510 करोड़ लोग 18 से 44 वर्ष के बीच के हैं जबकि 13,72,81,236 करोड़ 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के हैं। अब तक देश में कोरोना की 18,15,53,433 करोड़ खुराके दी जा चुकी है। इनमें से 14,11,39,270 करोड़ को पहली और 4,04,14,163 को दोनों खुराकें दी जा चुकी है।
दिसंबर तक सबको वैक्सीन : केंद्र सरकार का दावा है कि अगस्त से दिसंबर के बीच 5 महीनों में देश में 2 अरब से अधिक खुराक उपलब्ध कराई जाएंगी, जो पूरी आबादी का टीकाकरण करने के लिए पर्याप्त हैं। उन्होंने कहा कि अगले साल की प्रथम तिमाही तक यह संख्या तीन अरब होने की संभावना है।
अगस्त से दिसंबर के बीच कोविशील्ड की 75 करोड़ खुराक का उत्पादन अनुमानित है, जबकि कोवैक्सीन की 55 करोड़ खुराक उपलब्ध कराई जाएंगी। डॉ. रेड्डीज के सीईओ एमवी रमना को 2 महीनों में आरडीआईएफ से 3.6 करोड़ खुराकें मिलने की उम्मीद है।
कितने दिन के अंतर से लगेगा दूसरा डोज : कोवैक्सीन के 2 डोज के बीच में 28 दिन का अंतर है। कोविशील्ड टीके की दूसरी खुराक 12-16 हफ्तों के अंतराल के बाद दी जाएगी, जो कि पहले 6-8 हफ्तों के अंतराल पर दी जा रही थी। स्पूतनिक V के 2 डोज के बीच 21 दिन का अंतर जरूरी है।