प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय शिक्षा सचिव तथा अन्य शीर्ष अधिकारियों की मौजूदगी में बुधवार को हुई एक बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक के बाद एक बयान जारी कर परीक्षाओं के संबंध में लिए गए निर्णयों की जानकारी साझा की गई।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, कक्षा 10वीं के स्टूडेंट्स को इंटरनल असेसमेंट के आधार पर अगली कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा। अगर कोई छात्र संतुष्ट नहीं है तो स्थिति सामान्य होने पर परीक्षा में शामिल हो सकता है। कक्षा 12वीं की परीक्षा पर फैसला 1 जून को किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित कई नेताओं ने कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते खतरों के मद्देनजर सीबीएसई परीक्षाओं को रद्द करने की मांग की थी।