भोपाल। इंदौर में एक दिन में कोरोना के 55 पॉजिटिव केसों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। आज कोरोना समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर कलेक्टर को अलर्ट रहने के निर्देश देते हुए कहा कि इंदौर को सबसे ज्यादा सतर्क रहना है, क्योंकि लोगों की आवाजाही वहां सबसे ज्यादा है। उन्होंने कोरोना से जुड़ी व्यवस्थाओं को रिव्यू कर युद्धस्तर पर तैयारी करने और पूरी सर्तकता रखने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि संक्रमित व्यक्तियों की कांट्रेक्ट ट्रेसिंग में कोई लापरवाही नहीं करना है और अभी यह हमारे हाथ में है। वहीं अंतर्राज्यीय ट्रांजिट वाले स्थानों पर कोरोना टेस्टिंग की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फीवर क्लीनिक एक्टिव कर दें, जिससे टेस्टिंग लोग आसानी से करा पाएं। हमारा प्रयास है कि कोविड के मरीजों को कोविड केयर सेंटर में रखें और उन्हें अस्पताल ले जाने की आवश्यकता न पड़े। क्राइसिस मैनेजमेंट कमिटियों की बैठक जिलों, ब्लॉकों व पंचायतों की करें। मास्क लगाने का आग्रह करें, रोका-टोकी अभियान जारी रखें, सोशल डिस्टेसिंग का पालन, अनावश्यक भीड़भाड़ से बचें।
कोरोना ने पकड़ी रफ्तार- मध्यप्रदेश में कोरोना ने अब खतरनाक रफ्तार पकड़ ली है। प्रदेश में बुधवार को कोरोना के 72 नए केस आए है। जिसमें सर्वाधिक 55 मामले इंदौर के है। इसके साथ भोपाल में 7, ग्वालियर में 4 ,जबलपुर में 3, खंडवा , नीमच और उज्जैन में एक-एक मरीज मिला है। इंदौर में हर नए दिन के साथ कोरोना के केस बढ़ने से सरकार और प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। इंदौर में 28 दिसंबर को 32 और 27 दिसंबर को 27 केस आए है।
इसके साथ प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस 360 के उपर पहुंच गए है। प्रदेश की चिंता की बात यह है कि प्रदेश में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट फिर 1.02 हो गई है जो पिछले लंबे समय से 0.02 से लेकर 0.05 फीसदी के बीच बनी हुई थी। वहीं प्रदेश मे कोरोना का रिकवरी रेट 98.60 फीसदी है।