एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए यूएनइस्केप का वर्ष 2020 का आर्थिक एवं सामाजिक सर्वेक्षण जारी किया गया। इसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस के कारण मौजूदा वित्त वर्ष में क्षेत्र आर्थिक मंदी से इनकार नहीं किया जा सकता। संस्था ने बुधवार को पेश प्रस्तुतिकरण में आर्थिक विकास दर के बारे में कोई अनुमान जारी नहीं किया, लेकिन कहा है कि अर्थव्यवस्था में भारी गिरावट देखी जा सकती है।
इस मौके पर यूएनइस्केप के वृदह नीति एवं विकास-वित्त पोषण विभाग की प्रमुख श्वेता सक्सेना ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि भारत की नीति अब तक सही दिशा में जा रही है। पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है। कोरोना से उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर सरकार ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के एक प्रतिशत के बराबर की राशि का प्रावधान किया है। पिछले दिनों रिजर्व बैंक ने भी नीतिगत उपायों की घोषणा की है।