एयरलाइन के सीईओ रोनजॉय दत्ता ने शुक्रवार को कहा, ‘इन जैसी परिस्थितियों में कंपनियां वृद्धि या लाभ का प्रबंधन नहीं करती बल्कि नकदी के प्रवाह का प्रबंधन करती है। इसका मतलब है कि हमारा एकमात्र ध्यान नकदी के प्रवाह पर है। हम अपनी सभी निर्धारित लागतों का अध्ययन कर रहे हैं और उन्हें कम करने के रास्ते तलाश रहे हैं।‘
दत्ता ने शुक्रवार को कर्मचारियों को किए ईमेल में कहा, ‘हम हमेशा से सुरक्षा का अधिक ख्याल रखते हैं और अब हमें स्वास्थ्य का ध्यान भी रखना होगा। इसे ध्यान में रखते हुए हम अपनी कई संचालनात्मक प्रक्रियाओं को बदलने पर विचार कर रहे हैं। नई प्रक्रियाएं अभी तय नहीं हुई हैं।‘
इसमें कहा गया है, ‘हम अपने विमानों को पहले के मुकाबले कई बार अच्छे तरीके से साफ करेंगे। हम कुछ समय के लिए विमान में भोजन परोसने की सेवा बंद करेंगे और हम अपने कोच को 50 प्रतिशत तक ही भरेंगे। हम जल्द ही नई प्रक्रियाएं लेकर आएंगे।
हालांकि, भारतीय विमानन नियामक डीजीसीए ने बंद के दौरान मालवाहक विमानों, तट पर हेलीकॉप्टर अभियानों, इलाज मुहैया कराने के लिए आवश्यक विमानों और विशेष उड़ानों को अनुमति दे रखी है। (भाषा)