मनोवैज्ञानिक कोना : भारतीय समाज में प्रत्येक कार्य के लिए एक न्यूनतम आयु सीमा तय की गई है। जैसे कि डाइनामाईट कुए व रास्ते बनाने के साथ-साथ नरसंहार के काम भी आता है। ठीक यही मिसाल संचार क्रांति के मामले में भी है। उम्र, अनुभव, समझ, व्यावहारिक ज्ञान एवं अंतरदृष्टि का विकास तकनीकों से प्राप्त नहीं किया जा सकता है। इसी कारण समय और उम्र के मध्य समनवय स्थापित करते हुए विवाह, मताधिकार, ड्राइविंग लाईसेंस जैसे अनेक मामलों में एक बंधन निश्चित किया गया है।