उन्होंने कहा, कोविड-19 के लिए अन्तरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय उपचार प्रोटोकॉल की तर्ज पर सशस्त्र सेना के अस्पतालों में एंटी वाइरल औषधियों (फेविपिराविर और रेमडेसीविर) और ‘इम्यूनो-माडुलेटरी एजेंट’ (टोसिलिजुमाब प्रीडनिसोलोन आदि) की काफी व्यवस्था है। नाइक ने यह भी बताया कि सशस्त्र सेनाओं के दो अस्पतालों में गम्भीर रूप से बीमार मरीजों के उपचार के लिए प्लाज्मा थेरेपी का उपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि महामारी की शुरुआत में सशस्त्र सेनाओं के सभी अस्पतालों को कोविड केयर के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण उपकरणों जैसे वेंटीलेटर, ऑक्सीजन, पीपीई, फेस मास्क, सैनिटाइजर, थर्मल मॉनिटर आदि से सुसज्जित करने के लिए आपूर्ति आर्डर जारी किए गए थे।
उन्होंने बताया कि सशस्त्र सेनाओं द्वारा सभी स्टेशनों पर एक व्यापक सूचना, शिक्षा और सम्पर्क अभियान चलाया जा रहा है ताकि बचाव उपायों, मुख्य रूप से सामाजिक दूरी के संदर्भ में जनता को जागरूक किया जा सके।(भाषा)