कोरोना काल में बड़ी लापरवाही, बनारस की गंगा आरती में कोविड गाइड लाइन का खुला उल्लंघन

हिमा अग्रवाल
रविवार, 1 अगस्त 2021 (11:17 IST)
मुख्‍य बिंदु
बनारस। कोरोना की तीसरी लहर को लेकर हम कितने लापरवाह हो गए है, इसका जीता जागता नजारा बनारस में देखने को मिला है। यहां गंगा आरती में कोविड गाइड लाइन की धज्जियाँ जमकर उड़ी। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं बिना मास्क और बिना एक गज की दूरी के खड़े नजर आयें। बनारस की इन तस्वीरों को देखकर माथे पर चिंता की लकीरें उभरना स्वाभाविक है।
 
बारिश के चलते देश की सभी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिसके चलते बनारस में गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक सुबह के समय गंगा का जलस्तर 63.4 था तेजी से बढ़ रहा है। घाट के किनारे रहने वालों की माने तो 3 दिनों में गंगा के जलस्तर में 20 फीट की बढोत्तरी हुई है।
 
वही वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर गंगा के उफान के चलते दैनिक गंगा आरती का स्थान बदल दिया गया है। गंगा के उफान जैसे-जैसे बढ़ेगा, वैसे ही गंगा आरती की जगह परिवर्तित होती रहेगी।
 
वाराणसी में शनिवार लॉक डाउन में छूट मिलते ही लोग अपने घर से निकल पड़े और रात को गंगा आरती के लिए दशाश्वमेध घाट पर पहुंच गए। गंगा में एक तरफ जलस्तर बढ़ने के कारण गंगा आरती की जगह बदल दी गई।
 
श्रृद्धालुओं की संख्या अधिक थी और जगह छोटी। गंगा आरती में पहुंचे अधिकतर भक्तों ने न तो मास्क लगाया था और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा। जिसे देखकर लग रहा था की ये लोग मान चुके है कि कोरोना गया। इन्हीं लोगों की लापरवाही खुलेतौर पर कोरोना को निमंत्रण दे रही है।
 
गंगा सेवा निधि के सचिव खुद मानते हैं कि घाट पर जगह कम है, जिसके कारण भक्तों को परेशानी हो रही है, वही बनारस नगरी की सैर पर आयें सैलानी ने भी कोरोना महामारी के समय भी भीड़ अधिक होने पर परेशान दिखाई दिये है। वर्तमान समय अधिक कोरोना की थर्ड वेव से बचने के लिए प्रिकॉशन लेने का है।
 
यह बात सही है कि पिछले 15 माह से लोग घरों में बंद रह कर थक चुके है, इसलिए वह पर्यटन और भ्रमण पर निकले है। लेकिन कुछ समय की थोड़ी सावधानी सभी को जीवनदान देगी, अगर लापरवाही की तो अपने साथ वह दूसरों के जीवन पर भारी पड़ सकती है, गंगा मैय्या चाहती है कि उसके सभी बच्चे सुरक्षित रहे, इसलिए वेबदुनिया की सभी श्रृद्धालुओं से हाथ जोड़कर निवेदन है की घर पर सुरक्षित रहते हुए पूजा-पाठ करें।

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