कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच केरल में लगातार कोरोना ने हाहाकार मचा रखा है। राज्य में पिछले चार दिनों से 30 हजार से ज्यादा कोरोना केस दर्ज किए जा रहे हैं। स्थिति यह है कि महज 5 दिन में केरल के अंदर कोरोना के करीब डेढ़ लाख केस आ चुके हैं।
वहीं, देश में भी केरल के आंकड़ों के कारण हर दिन लगातार 45 हजार पार नए मामले आ रहे हैं। स्थिति खराब होते देख अब मुख्यमंत्री पी. विजयन ने अगले हफ्ते से राज्य में नाइट कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया है।
शनिवार को देश में कोरोना के 45 हजार से ज्यादा केस दर्ज किए गए और इनमें से 31 हजार से ज्यादा मामले केरल से थे, जो कि कुल मामलों का करीब 70 फीसदी है। शुक्रवार को जहां राज्य में संक्रमण दर 19।22 फीसदी तक पहुंच गया था वहीं, शनिवार को यह 18।67 फीसदी रहा।
कोरोना से केरल में कोहराम का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्य में शनिवार तक 2 लाख से ज्यादा इलाजरत मरीज थे। देशभर में कोरोना के कुल 3।7 लाख एक्टिव मरीज हैं और अकेले केरल में ही इसके 55 फीसदी मामले हैं। बीते पांच दिनों में केरल में 50 हजार एक्टिव मरीज बढ़ गए हैं और इस दौरान राज्य में एक लाख 49 हजार 814 नए मामले आए हैं।
केरल के अलावा महाराष्ट्र में भी शनिवार को कोरोना के 4 हजार 831 नए मामले दर्ज किए गए। मिजोरम में भी संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। यहां लगातार दो दिनों से कोरोना के मामले एक हजार के करीब पहुंच रहे हैं।
भारत में शनिवार को कोरोना से कुल 444 मौतें दर्ज की गईं, जिनमें से 153 अकेले केरल से थीं। इसके अलावा 126 महाराष्ट्र, 68 ओडिशा, 21 तमिलनाडु और 19 मौतें आंध्र प्रदेश में दर्ज की गईं।
केरल सरकार ने शनिवार को घोषणा की कि राज्य में कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए अगले हफ्ते से रात में कर्फ्यू लागू किया जाएगा। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक में अगले सप्ताह से राज्य में रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया गया।