एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि कुलदीप को गोविंद नगर स्थित जागेश्वर अस्पताल में टीका लगाया जाना था लेकिन उन्हें कानपुर नगर निगम के गेस्ट हाउस के लॉन में यह टीका लगाया गया। उन्होंने बताया कि कुलदीप का वह ट्वीट देखने के बाद लोगों ने यह कहना शुरू किया कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री तक को अस्पताल जाकर टीका लगवाना पड़ा, ऐसे में कुलदीप के लिए प्रोटोकॉल क्यों तोड़ा गया? (भाषा)