केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि एनडीएचएम, जैसा यह आज मौजूदा रूप में है, एनडीएचएम द्वारा तैयार की जा रही डिजिटल पारिस्थितिकी के तहत सेवा प्राप्त करने के लिए डिजिटल आईडी या स्वास्थ्य आईडी को आवश्यक नहीं बनाता। इसलिए यह कहना सही व्याख्या नहीं है कि यह टीकाकरण के लिए आवश्यक होगा और जिनके पास यह नहीं है, उन्हें टीका नहीं लगाया जाएगा।