पिछले 2 महीने में पहली बार दिल्ली में Corona के सबसे कम 613 नए मामले आए

मंगलवार, 28 जुलाई 2020 (02:02 IST)
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को कोरोनावायरस (Coronavirus) संक्रमण के 613 नए मामले सामने आए, जो पिछले दो महीने में प्रतिदिन के मामलों में सबसे कम है। इन नए मामलों के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,31,219 हो गई। यहां उपचाराधीन रोगियों की संख्या लगातार कम हो रही है और मरीजों के ठीक होने की दर 88 प्रतिशत हो गई है।
 
इस बीच, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से लापरवाही नहीं बरतने का आग्रह किया और सभी आवश्यक सावधानी बरतने को कहा। केजरीवाल ने दावा किया कि शहर के महामारी प्रबंधन मॉडल पर दुनिया भर में चर्चा हो रही है।
 
मुख्यमंत्री कोविड-19 महामारी के कारण अपनी आजीविका खो चुके लोगों की मदद करने के लिए एक नौकरी पोर्टल लॉन्च किया और घोषणा की कि उनकी सरकार सड़क विक्रेताओं और फेरीवालों को अपने काम फिर से शुरू करने की अनुमति देने के लिए एक आदेश पारित करेगी।
 
इससे पहले 26 मई को 412 मामले आए थे और उस समय मृतकों की संख्या 288 थी। उस वक्त संक्रमण के 14,465 मामले थे। इसके बाद 27 मई को 792 मामले सामने आए। इसी तरह 20 जुलाई को 954 और इसके अगले दिन 1,000 से ज्यादा मामले आए।
 
रविवार को शहर में संक्रमण के 1075 नए मामले आए और सोमवार को यह आंकड़ा तीन अंकों में सिमट गया। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार दोपहर जारी बुलेटिन के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 26 रोगियों की मौत के साथ ही मृतकों की संख्या 3,853 हो गई है।
 
दिल्ली में फिलहाल 10,994 रोगियों का इलाज चल रहा है। रविवार को इनकी संख्या 11,904 थी। मरीजों के ठीक होने की दर 88 प्रतिशत है। सोमवार के बुलेटिन के मुताबिक कोविड अस्पतालों में 12436 बेड खाली हैं। बुलेटिन के मुताबिक 1,16,372 मरीज ठीक हो गए हैं। दिल्ली में कुल 9,58,283 जांच हुई है। सोमवार को निषिद्ध क्षेत्र की संख्या 716 है।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार रेहड़ी व ठेले लगाने वालों और फेरीवालों को अपने काम और व्यवसायों को फिर से शुरू करने की अनुमति देने के लिए एक आदेश जारी करेगी।
 
कोरोना वायरस महामारी और इसके कारण लगे लॉकडाउन ने छोटे कारोबारों और व्यक्तिगत व्यवसायों दोनों को बुरी तरह से प्रभावित किया है, जिसमें सड़क किनारे सामान बेचने वाले, फेरीवाले विक्रेता सबसे अधिक प्रभावित होने वाले समूहों में शामिल हैं।
 
केजरीवाल ने एक डिजिटल प्रेस वार्ता में कहा, ‘एक विशेष आदेश पारित किया जा रहा है, जिसके माध्यम से रेहड़ी-पटरी वाले और फेरीवाले दिल्ली में अपने काम और आजीविका को फिर से शुरू कर सकते हैं।’ 
 
सरकार ने एक बयान में कहा कि फेरीवालों को हर दिन सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक काम करने की अनुमति दी जाएगी और उन्हें कोविड-19 के प्रसार से बचने के लिए सामाजिक दूरी और अन्य सभी एहतियाती उपाय सुनिश्चित करने होंगे।
 
केजरीवाल ने कहा कि कुछ भ्रम के कारण, इन लोगों को पहले काम करने की अनुमति नहीं थी, लेकिन अब उन्हें सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक काम शुरू करने की अनुमति होगी।
 
इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री ने सोमवार को एक रोजगार पोर्टल जारी किया और इसके साथ ही व्यापारियों, उद्योगपतियों और लोगों से दिल्ली की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने की अपील की।
 
केजरीवाल ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के चलते हाल के दिनों में कई लोगों ने अपना रोजगार खो दिया और कारोबार पर भी इसका बुरा असर पड़ा। यह पोर्टल ‘‘जॉब्स डॉट दिल्ली डॉट गव डॉट इन’’ नियोक्ताओं और रोजगार चाहने वाले दोनों के लिए एक ‘रोजगार बाजार’ की तरह काम करेगा।
 
मुख्यमंत्री ने वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘ऐसे कई लोग हैं जिन्हें रोजगार की तलाश है, वहीं दूसरी तरफ कई व्यापारी, कारोबारी, पेशेवर, ठेकेदार हैं जिन्हें उनके काम के लिए सही व्यक्ति नहीं मिल पा रहा है। यह पोर्टल दोनों को एक मंच पर लाकर इस कमी को दूर करेगा।’
 
उन्होंने कहा कि कई प्रवासी कामगार जो लॉकडाउन के दौरान दिल्ली छोड़कर चले गए थे अब वापस आने लगे हैं। दिल्ली के श्रम मंत्री गोपाल राय ने कहा कि इस रोजगार पोर्टल की सेवाएं निशुल्क होंगी और किसी भी आवेदक को इसमें पंजीकरण के लिए कोई पैसा देने की जरूरत नहीं है।
 
केजरीवाल ने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की है कि दिल्ली कोरोना वायरस को ‘‘नियंत्रण’’ में लाने में कामयाब रही है और उसे दूसरे राज्यों की तरह फिर से लॉकडाउन लगाने की जरूरत नहीं पड़ी है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय जब देश और दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में लगातार कमी आ रही है।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोविड- 19 से ठीक होकर बाहर आने वाले लोगों का प्रतिशत 88 तक पहुंच गया है और परीक्षण के बाद कोरोना संक्रमित पाए जाने वाले लोगों का अनुपात भी जून में 35 से घटकर वर्तमान में पांच प्रतिशत रह गया है।
 
उन्होंने कहा कि जून के मुकाबले इस बीमारी से मरने वालों का आंकड़ा भी कम हुआ है। इस समय राजधानी में कोविड-19 के अस्पतालों में 2,850 मरीज ही भर्ती हैं जबकि 12,500 बिस्तर खाली हैं। (भाषा) 

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