श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (सैम्स) के छाती रोग विभाग के प्रमुख डॉ. रवि डोसी ने मंगलवार को बताया कि कोविड-19 से उबरे 34 वर्षीय पुरुष की ब्लैक फंगस संक्रमण (म्यूकरमाइकोसिस) के संदेह में जांचें कराई गई थीं। जांच में उसके साइनस, फेफड़ों और रक्त में ग्रीन फंगस संक्रमण (एस्परगिलोसिस) पाया गया।
डोसी ने बताया कि ग्रीन फंगस (एस्परगिलस) हालांकि बहुत पुराना फंगस है, लेकिन कोविड-19 के बाद की जटिलताओं से जूझ रहे मरीज को इसके द्वारा बड़ा नुकसान पहुंचाया जाना बेशक एक नया मामला है। उन्होंने कहा कि इस विषय में विस्तृत वैज्ञानिक अनुसंधान की जरूरत है कि क्या कोविड-19 से उबरे लोगों में ग्रीन फंगस संक्रमण की प्रकृति इसके अन्य मरीजों के मुकाबले अलग है? डोसी ने बताया कि ग्रीन फंगस संक्रमित मरीज को सोमवार को हवाई एम्बुलेंस के जरिए इंदौर से मुंबई भेजकर वहां के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
छाती रोग विशेषज्ञ ने यह भी बताया कि इस मरीज को 2 माह पहले फेफड़ों में करीब 100 फीसदी कोरोनावायरस संक्रमण के साथ स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था और गहन चिकित्सा इकाई में महीनेभर तक उसका इलाज चला था। उन्होंने बताया कि इलाज के बाद मरीज महामारी से उबर गया था, लेकिन इसके बाद उसे तेज बुखार के साथ नाक से खून आना शुरू हो गया। वजन घटने से वह बहुत कमजोर भी हो गया है।(भाषा)