कोरेाना वायरस का कहर दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। इससे बचाव के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन कोरोना वायरस का असर खत्म नहीं हो रहा है। पूरी दुनिया में वैज्ञानिक लगातार इस पर शोध कर रहे हैं।
दूसरे देशों से भारत की मदद के लिए हाथ बढ़ाए जा रहे हैं। अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह नहीं है। डॉ द्वारा मरीजों को घर पर ही रहकर ठीक होने की सलाह दे रहे हैं। लेकिन कोविड पॉजिटिव को घर पर आइसोलेट करने पर मन में डर की स्थिति पैदा होने लगती है। घर में आइसोलेट होने पर किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है आइए जानते हैं -
होम आइसोलेट होने पर क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
इस दौरान अपना सब कुछ सामान अलग रखें। सिर्फ एक ही रूम में रहें। उसी रूम में आपके सभी काम करिए। बेहतर होगा अगर आप खाना डिस्पोजल में खाएं। ताकि इसे आप बाहर फेंक सकें। नगर निगम की गाड़ी में बायो हर्जाड्स का ऑप्शन रहता है। उसमें में अलग से डाल सकते हैं।
होम आइसोलेशन के दौरान क्या एक्टिविटिज करना चाहिए?
अगर आपको 14 दिन तक होम आइसोलेट किया जाता है तो आप पहले दिन से ही अपनी दिनचर्या सेट कर लीजिए। क्योंकि आपको एक ही कमरे में रहना है। सुबह उठकर योग कीजिए, प्रणायाम कीजिए, ऑनलाइन भी आप देख सकते हैं या ऑनलाइन कंसल्ट भी कर सकते हैं। लेकिन कोरोना से जुड़ी बातें करना बंद कर दीजिए। इस दौरान आप कुछ किताबें भी पढ़िए, अपने परिजन, दोस्तों से कोरोना के अलावा दूसरी बातें कीजिए, मूवीज देखिए। इस दौरान कंस्ट्रक्टिव एक्टीविटिज कीजिए जो आपके आइसोलेशन खत्म होने के बाद भी काम आए।
क्या फूड डाइट फॉलो करना चाहिए है?
इस दौरान डॉ की सलाह अनुसार फूड डाइट फॉलो कीजिए। नारियल पानी आप पी सकते हैं। हल्का भोजन करें। ओवर ईटिंग नहीं करें, तरल पदार्थ पीते रहें, कम से कम ढाई से 3 लीटर पानी पीए। बेहतर होगा आप जितना लाइट भोजन करेंगे आप स्वस्थ्य रहेंगे। क्योंकि इस एक बीमारी के साथ कही दूसरी बीमारी पैदा नहीं हो जाए।
क्या घर में भी मास्क लगाना जरूरी है?
जी हां, वैज्ञानिकों के अनुसार हवा वायरस के द्वारा भी फैल रहा है। इसलिए घर में भी मास्क लगाना जरूरी है। इन दिनों डबल म्यूटेंट वायरस भी तेजी से फैल रहा है। ऐसे में पेशेंट को डबल मास्क लगाना जरूरी है। अगर वह अपने कमरे में है तो सिंगल मास्क या नहीं भी लगाएं।
घर में सेपरेट रूम नहीं होने पर क्या करें?
घर में सेपरेट रूम नहीं होने पर कोविड मरीज सरकार द्वारा आइसोलेशन सेंटर्स बनाएं गए है। वहां पर भी रह सकते हैं। इससे घर के अन्य सदस्य इस बीमारी की चपेट में नहीं आएगे।
कौन-से हेल्थ गैजेट्स घर पर जरूर रखें?
पल्स ऑक्सीमीटर, स्पीरोमीटर, मास्क, सैनिटाइजर, स्टीमर, स्पीरोमीटर और थर्मामीटर यह चीजें हेल्थ पेशेंट्स अपने साथ जरूर रखें। हर 4 घंटे में अपना ऑक्सीजन लेवल भी चेक करते रहे।
होम आइसोलेट होने पर यह काम नहीं करें?
अगर आप होम आइसोलेट है या आइसोलेशन सेंटर में है तब भी पैनिक नहीं हो। आराम से खाएं, भरपूर नींद लें, सकारात्मक सोचें, अपनी दिनचर्या बनाएं, परिजनों से वीडियो कॉल पर बात करते रहें। साथ ही ध्यान रखें रूम में खिड़की होने पर जरूर खोल दें। क्योंकि बंद कमरे में वायरस के पनपने के मौके ज्यादा होते हैं। खिड़की नहीं होने पर वेंटिशेन जरूर खोल दीजिए।