भोपाल। मध्यप्रदेश में 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों का वैक्सीनेशन में लोगों का गजब उत्साह है। तीन जनवरी से शुरु हुए बच्चों के वैक्सीनेशन में मात्र चार दिनों में प्रदेश में 20 लाख के करीब बच्चों का वैक्सीनेशन हो चुका है। स्कूलों में हो रहे बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर बच्चों के साथ -साथ अभिभावकों को काफी उत्साह नजर आ रहा है। देवास जिले का कन्नौद विकासखंड में मात्र चार दिनों में सभी पात्र बच्चों को वैक्सीनेशन लगाकर शत-प्रतिशत टीकाकरण का टारगेट हासिल कर लिया गया। एसडीएम कन्नौद प्रिया वर्मा के कहती है कि विकासखंड कन्नौद में स्वास्थ्य विभाग एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के सहयोग से सर्वप्रथम शतप्रतिशत टीकाकरण संपन्न हुआ।
वैक्सीनेशन अभियान के तहत देवास के विकासखंड कन्नौद में 9500 टीके लगाने का टारगेट दिया गया था, जिसमें 10500 बच्चों को कोविड 19 की वैक्सीन लगाई गई, जिनमें वे बच्चे भी शामिल हैं जो कि स्कूल नहीं जाते हैं। उनको भी वैक्सीन लगाई गई है।
सभी स्कूल प्राचार्य ने प्राथमिकता के साथ 15 से 18 वर्ष की आयु वाले बच्चों को टीकाकरण करवाया गया। एसडीएम प्रिया वर्मा कहती है कि विकासखंड के स्कूलों में बनाए गए केंद्रों का का निरीक्षण किया गया तथा समीक्षा की गई। जिसके फलस्वरूप प्रदेश में सर्वप्रथम कन्नौद विकासखंड ने अपना टारगेट पूर्ण किया।
इसके साथ ही प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिले झाबुआ में जनजातीय आवासीय कन्या परिसर में रहने वाली सभी छात्राओं का प्रथम डोज टीकाकरण शत प्रतिशत हो चुका है। संस्था में अध्यनरत सभी 258 बच्चों का पूर्ण वैक्सीनेशन हो गया है।
मध्यप्रदेश के राज्यटीककरण अधिकारी डॉक्टर संतोष शुक्ला कहते हैं कि वैक्सीनेशन का एक्सीलेंट मॉडल है और सभी जिलों को शेयर कर वैक्सीनेशन के मोटिवेट किए जा रहा है कि इस तर्ज पर वैक्सीनेशन की रणनीति बनाकर स्कूलों में शत प्रतिशत टीकाकऱण किया जाए।
मध्यप्रदेश में अब तक 19 लाख से अधिक बच्चों को वैक्सीन की प्रथम डोज लगाई जा चुकी है। अभियान के पहले दिन साढ़े 7 लाख बच्चों को वैक्सीन लगाकर मध्यप्रदेश ने देश में रिकार्ड कायम किया। इसके साथ ही प्रदेश में 18 से 60 वर्ष आयु वर्ग के 5 करोड़ 46 लाख 92 हजार 758 को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है जोकि कि तय लक्ष्य का 98 फीसदी है। वहीं 5 करोड़ 5 लाख 5 हजार 995 को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं जोकि पात्र आबादी का 92 फीसदी है।