मुंबई। महाराष्ट्र में रविवार को कोविड-19 के अब तक के सर्वाधिक 63,294 नए मामले सामने आए हैं और कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 34,07,245 हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। विभाग ने बताया कि संक्रमण की वजह से 349 मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 57,987 हो गई।
विभाग ने एक बयान में बताया कि दिन में 34,008 मरीज संक्रमण मुक्त हुए और स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 27,82,161 हो गई। राज्य में दिन में कुल 2,63,137 नमूनों की जांच हुई। राज्य में फिलहाल 5,65,587 मरीजों का उपचार चल रहा है।
मुंबई में 9 हजार से ज्यादा मामले : मुंबई में कोविड-19 के 9,986 नए मामले सामने आए हैं और 79 मरीजों की मौत हो गई। इसके साथ ही यहां कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5,20,498 हो गई और मृतकों की संख्या बढ़कर 12,023 हो गई। वहीं मुंबई संभाग (शहर और इसके उपनगर) में 19,953 नए मामले सामने आए और 98 लोगों की मौत हो गई। यहां कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 10,84,174 हो गई और मृतकों की संख्या बढ़कर 21,126 हो गई।
पुणे संभाग में 14,653 मामले सामने आए हैं, जिनमें से पुणे शहर में ही सिर्फ 6,923 मामले सामने आए। वहीं नागपुर संभाग में 10,134, नासिक संभाग में 8,146, कोल्हापुर संभाग में 1,036, औरंगाबाद संभाग में 3,015, लातूर संभाग में 4,981 और अकोला संभाग में 1,376 मामले सामने आए हैं।
बैठक में हो सकता है फैसला : महाराष्ट्र के मंत्री असलम शेख ने कहा कि स्टेट कोविड टास्क फोर्स के साथ आज की बैठक में सभी का विचार था कि राज्य में लॉकडाउन लागू किया जाए। SOP और दिशा-निर्देशों पर चर्चा की जाएगी। बैठक में कुछ लोग 2 सप्ताह के लिए लॉकडाउन के पक्ष में थे, कुछ 3 सप्ताह के लिए लॉकडाउन के पक्ष में थे। कल फिर बैठक होगी।
14 के बाद लगेगा लॉकडाउन : महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने रविवार को कहा कि प्रदेश में लॉकडाउन लगाने के संदर्भ में उचित फैसला 14 अप्रैल के बाद लिया जाएगा। वायरस की कड़ी तोड़ने के लिये मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में हुई कार्य बल की डिजिटल बैठक में लॉकडाउन लगाने समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। मंत्री ने कहा कि बैठक में लॉकडाउन की अवधि और इससे होने वाली आर्थिक गिरावट से कैसे निपटना है, इस पर चर्चा हुई। कार्यबल का यह मानना है कि राज्य में कोरोना वायरस के हालात ऐसे हैं कि लॉकडाउन की जरूरत है।
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक ट्वीट में कहा गया, “प्रदेश कार्य बल के साथ एक बैठक में मुख्यमंत्री ने ऑक्सीजन व बिस्तरों की उपलब्धता, रेमडेसिविर के इस्तेमाल, उपचार के नियमों, उपलब्ध केंद्रों की क्षमता बढ़ाने, कोविड नियमों के उल्लंघन पर पाबंदियां और जुर्माना लगाने पर चर्चा की। बैठक में राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री अमित देशमुख, मुख्य सचिव सीताराम कुंटे और अन्य लोगों ने हिस्सा लिया।