एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मध्य रेलवे और पश्चिमी रेलवे ने ‘चुनिंदा उपनगरीय सेवाओं’ को मुख्य लाइन तथा हार्बर लाइन पर केवल उन आवश्यक कर्मियों के लिए बहाल करने का निर्णय किया है जो राज्य सरकार की परिभाषा में आते हैं। अधिकारी ने बताया कि इसके साथ ही आज सुबह पहली ट्रेन विरार से चर्चगेट के लिए रवाना हुई।
इन ट्रेनों में 1,200 लोगों के बैठने की क्षमता होती है, लेकिन अभी सिर्फ 7,00 लोग ही ट्रेन में सवार हो सकते हैं। आंशिक तौर पर ट्रेनों के परिचालन बहाल होने से राज्य सरकार में आवश्यक सेवाओं के 1.25 लाख कर्मियों को राहत मिलेगी। अधिकारी ने बताया कि कर्मचारियों के पहचान-पत्र के आधार पर स्टेशनों पर प्रवेश दिया जाएगा।