भोपाल के एम्स के पूर्व डायरेक्टर प्रोफेसर सरमन सिंह कहते हैं कि मास्क ही कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय है और यह सभी वैरिएंट पर प्रभावी है। इसको हमको समझना होगा कि कोरोना वायरस में चाहें जितने म्यूटेशन हो जाए, चाहे जितने वैरिएंट आ जाए अगर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचना है तो हमको मास्क का प्रयोग करना ही होगा। आज मास्क एक सोशल वैक्सीन है।
ओमिक्रॉन वैरिएंट जिसको डेल्टा वैरिएंट की अपेक्षा पांच गुना अधिक संक्रामक माना जा रहा है, ऐसे में हमको संक्रामण से बचना होगा। एक्सपर्ट लोगों को सलाह देते है कि हमको ऐसी जगह से जाने से बचना होगा जहां वेंटीलेशन नहीं है क्योंकि यहां पर संक्रमित व्यक्ति के एयरोसोल से आप संक्रमण का शिकार हो सकते है। इसके साथ सार्वजनिक स्थल पर आपको सोशल डिस्टेंसिंग बनानी होगी।