इससे देश में वैक्सीन की आपूर्ति सुनिश्चित होगी। पहले उन लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी, जिन्हें कोरोना से सर्वाधिक खतरा है। दरअसल, रूस 11 अगस्त को कोविड-19 की वैक्सीन को मंजूरी देने वाला दुनिया का पहला देश बन गया था। यह वैक्सीन अगले साल 1 जनवरी से आम लोगों के लिए उपलब्ध होगी।