लंदन। यदि आप सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित हो चुके हैं और आप कोविड-19 रोधी टीका लगवाते हैं तो इस बात की 60 से 94 प्रतिशत तक संभावना है कि आप संक्रमण की चपेट में फिर नहीं आए। एक अध्ययन में यह जानकारी दी गई। टीकाकरण ने अल्फा संक्रमण की लहर के दौरान 71 प्रतिशत, डेल्टा लहर के दौरान 94 प्रतिशत और ओमिक्रॉन लहर के दौरान 60 प्रतिशत तक सुरक्षा प्रदान की।
पत्रिका 'पीएलओएस मेडिसिन' में डेनमार्क में देशव्यापी संक्रमण एवं टीकाकरण आंकड़ों के विश्लेषण को प्रकाशित किया गया। आंकड़ों में जनवरी 2020 और जनवरी 2022 के बीच वायरस से संक्रमित हुए या टीकाकरण कराने वाले लोगों को शामिल किया गया।
स्टेटेंस सीरम इंस्टीट्यूट, डेनमार्क के अनुसंधानकर्ताओं ने अल्फा, डेल्टा और ओमिक्रॉन की लहरों के दौरान संक्रमित हुए 2 लाख से अधिक लोगों को अध्ययन में शामिल किया। निष्कर्षों के अनुसार पहले संक्रमित हो चुके लोगों को टीकाकरण ने अल्फा संक्रमण की लहर के दौरान 71 प्रतिशत, डेल्टा लहर के दौरान 94 प्रतिशत और ओमिक्रॉन लहर के दौरान 60 प्रतिशत तक सुरक्षा प्रदान की।
स्टेटेंस सीरम इंस्टीट्यूट की कैटरीन फाइंडरअप नील्सन ने कहा कि अध्ययन में हमने पाया कि टीकाकरण सार्स-सीओवी-2 के पुन: संक्रमण के खिलाफ काफी प्रभावी साबित हुआ और यह उन लोगों के लिए भी टीकाकरण के महत्व को दर्शाता है, जो प्राकृतिक रूप से रोग प्रतिरोधी क्षमता विकसित कर चुके हैं।(भाषा)