कानपुर देहात। मुख्तार अंसारी उत्तरप्रदेश की बांदा जेल में किस समय था, याद है? लेकिन मुख्तार अंसारी को बांदा तक पहुंचाने के लिए योगी सरकार को सुप्रीम कोर्ट का सहारा लेना पड़ा तब जाकर कहीं मुख्तार अंसारी को पंजाब की जेल से लाकर बांदा की जेल में बंद किया गया। पर इस बीच कई बातें निकलकर बाहर आ रही थीं जिसमें कहा जा रहा था कि मुख्तार अंसारी चलने में असमर्थ है और बीमार है।
पर सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें मुख्तार अंसारी पंजाब से जिस एम्बुलेंस से बांदा ले जाए जा रहे थे, उस एम्बुलेंस से उतरते समय पुलिस का सहारा लेने के बाद बिना किसी सहारे के चलते हुए दिखाई पड़ रहे हैं और उनकी व्हीलचेयर कहीं नहीं दिखाई पड़ रही है। इसके बाद सोशल मीडिया पर मुख्तार अंसारी को लेकर आम लोगों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
कहां का है वीडियो?- सूत्रों की मानें तो पंजाब से मुख्तार अंसारी को लेकर चली यूपी पुलिस की टीम 7 अप्रैल बुधवार देर रात को कानपुर देहात पहुंची थी। इसी दौरान मुख्तार अंसारी ने एम्बुलेंस में बैठे एक पुलिस अधिकारी से लघुशंका जाने की बात कही थी। जिस पर पुलिस के अधिकारी के निर्देश पर जिस एम्बुलेंस से मुख्तार अंसारी को बांदा ले जाया जा रहा था, उसे अचानक कानपुर देहात के सट्टी थाने के अंदर खड़ा किया गया था और थाने के अंदर भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुख्तार अंसारी को एक सिपाही सहारा देकर बाहर निकालते हुए नजर आ रहा है। लेकिन फिर बिना सहारे थाने के अंदर बने बाथरूम में लघुशंका करने के लिए जाते हुए नजर आ रहा है। कुछ देर के बाद एक बार फिर एम्बुलेंस भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कानपुर देहात के सट्टी थाने से बाहर निकलकर बांदा के लिए रवाना होती हुई दिख रही है।
कहां गई व्हीलचेयर?- सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे मुख्तार अंसारी के इस वीडियो को देखने के बाद लोग सवाल कर रहे हैं कि व्हील चेयर पर दिखने वाला मुख्तार अंसारी अचानक अपने पैरों पर कैसे खड़ा हो गया? कहां चली गई मुख्तार अंसारी की व्हीलचेयर? वीडियो को देखने के बाद हमसे बातचीत करते हुए बीटेक के छात्र रजनीश ने कहा कि वीडियो पर कोई सवाल नहीं खड़ा करना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें अभी इस बात की जानकारी नहीं है कि मुख्तार अंसारी को कौन सी बीमारी है। लेकिन पंजाब के जितने भी वीडियो उन्होंने टीवी पर देखे हैं, सभी वीडियो पर मुख्तार अंसारी व्हीलचेयर पर ही नजर आए हैं और कई बार तो पुलिस वाले हाथ लगाते हुए गाड़ियों में बैठते हुए भी नजर आ रहे हैं। लेकिन यहां पर ठीक इसके उल्टा वीडियो में देखने को मिल रहा है। निश्चित तौर पर यह वीडियो देखने के बाद बहुत सारे सवाल हैं, जो खड़े होते हैं। (वार्ता)