देश में जारी कोरोना के कहर के बीच रूस से एक अच्छी खबर सामने आई है। Sputnik V का लाइट वर्जन को रूस में मजूरी मिल गई है। Sputnik V लाइट वर्जन का सिर्फ एक डोज ही लेने की आवश्यकता है।
Sputnik V का लाइट वर्जन सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन 80 प्रतिशत तक प्रभावी है। इम महामारी के चरण को कम करने में यह वैक्सीन ज्यादा प्रभावकारी साबित हो सकता है। रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF) ने घोषणा की कि उसने सिंगल शॉट वाले इस स्पुतनिक लाइट (Sputnik Light) वैक्सीन के उपयोग को अधिकृत किया है। अधिकारियों ने बताया कि स्पूतनिक वैक्सीन के लाइट वर्जन से टीकाकरण को गति मिलेगी और महामारी को फैलने से रोकने में यह तेजी से मदद करेगा।
भारत को मिली है 1.5 लाख खुराक : भारत को 1 मई को रूस से स्पूतनिक वी वैक्सीन की 1.5 लाख खुराक की पहली खेप मिली थी। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने एक ट्वीट में कहा कि हैदराबाद सीमा शुल्क ने रूस से आयातित कोविड-19 वैक्सीन की खेप की निकासी की प्रक्रिया तेजी से निपटाई। डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज ने कहा कि रूसी वैक्सीन की 1.5 लाख खुराक की पहली खेप हैदराबाद पहुंच गई है।
रूस ने 11 अगस्त 2020 को कोरोना वायरस की वैक्सीन स्पूतनिक वी को मंजूरी दी थी। इसके बाद सितंबर में डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) ने स्पुतनिक वी के चिकित्सकीय परीक्षण के लिए एक समझौता किया था। डॉ. रेड्डीज को रुसी वैक्सीन के नियंत्रित आपातकालिक उपयोग की अनुमति पहले ही मिल चुकी है। सरकार ने 1 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों के टीकाकरण की अनुमति भी दी है। (एजेंसियां)