इस संबंध में सीएचसी के अधीक्षक डॉ. महेन्द्र भान सिंह ने कहा कि एक शीशी में दस मरीजों की खुराक होती है। कई बार 5,6 लोगों को खुराक लगाई जाती है और तीन चार घंटे के बाद कोई अन्य मरीज नहीं आता है, तो शीशी को हटा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि नियम यह भी है कि 10 लोग हो जाने के बाद ही शीशी खोलकर सभी को एक साथ वैक्सीन लगाई जाए।
जलालाबाद क्षेत्र के तिलपई गांव के रहने वाले विमल यादव और निर्मल कुमार ने बताया कि उन्हें कोरोना की दूसरी खुराक नहीं लगी, लेकिन उनकी मोबाइल पर दूसरी खुराक लगने का संदेश आ गया। इसी तरह जलालाबाद की पूनम देवी ने बताया कि उनके पति अजय कुमार दूसरी डोज लगवाने सीएचसी गए तो वहां कर्मचारियों ने बता दिया कि उनको वैक्सीन लग चुकी है।