विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के मुताबिक विधायकों की सुरक्षा को देखते हुए विधानसभा में प्रवेश प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। अब विधायकों में लोगों की एंट्री को सीमित करते हुए सभी दीर्घाओं को बंद कर दिया गया है और विधायकों को भी अपने साथ एक व्यक्ति को ही विधानसभा में लाने की अनुमति होगी। इसके साथ बिना मास्क के विधानसभा में प्रवेश पर रोक लगा दिया गया। इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष ने सभी विधायकों अपील की है कि अगर उनको कोरोना के हल्के लक्षण भी हो तो वह तुरंत अपना कोरोना टेस्ट कराए,जिससे सभी सुरक्षित हो सकेगें।
दो विधायकों के पॉजिटिव होने के बाद अब 15 मार्च से विधानसभा की कार्यवाही शुरु होने पर सख्ती बरतने के साथ स्क्रीनिंग के बिना किसी को एंट्री नहीं दी जाएगी। विधायकों और विधानसभा सचिवालय से जुड़े कर्मचारियों की जांच के लिए विधानसभा और विधायक विश्राम गृह ही डिस्पेंसरी में रैपिड एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था की गई है। मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 26 मार्च तक चलना है लेकिन सूबे में लगातार बढ़ते कोरोना के केस के बाद सत्र निर्धारित समय से पहले भी स्थगित किया जा सकता है।