भोपाल। कोरोना की दूसरी लहर अब पूरे मध्यप्रदेश को अपनी चपेट में लेती जा रही है। प्रदेश में पिछले सात दिनों में कोरोना संक्रमण के मामले दोगुने हो गए है। आज मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 1700 को पार कर गया। राजधानी भोपाल और इंदौर में फिर संक्रमण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के बाद अब सरकार भोपाल, इंदौर, जबलपुर सहित ऐसे 10 जिले जहां तेजी से संक्रमण फैल रहा है वहां और सख्ती करने जा रही है।
कोरोना संक्रमण की खतरनाक रफ्तार के बाद अब सरकार और सख्ती करने जा रही है। इस बात का संकेत खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने दिए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण की चैन तोड़ने के लिए और कुछ कदम उठाने पड़ेंगे यह मुझे आवश्यक लगता है। आज शाम को इस पर विचार विर्मश करेंगे और फैसले लेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के बढ़ते हुए संक्रमण को प्रभावी तरीके से रोकने के लिए वह सभी राजनीतिक दलों के साथ धर्मगुरुओं से पत्र लिखकर अपील करेंगे। मुख्यममंत्री ने कहा कि आज सभी को मिलकर जागरुकता अभियान चलाने की जरुरत है।
राजधानी भोपाल में कोरोना ने इस साल के अब तक सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए है। भोपाल में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब खतरनाक स्तर तक पहुंच गई है। आज राजधानी भोपाल में आज 400 से अधिक नए केस मिले है, वहीं संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बीते एक सप्ताह में दो हजार के पार पहुंच गया है। राजधानी भोपाल में बीते पंद्रह दिनों में संक्रमण की रफ्तार किस कदर बढ़ गई है इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि 11 मार्च को राजधानी भोपाल में मात्र 58 केस सामने आए जो आज 400 के आंकड़े तक पहुंच गया है।
वहीं दूसरी ओर इंदौर में भी संक्रमित मरीजों की संख्या खतरनाक तरीके से बढ़ रही है। इंदौर में एक दिन में 477 संक्रमित मरीज आने के बाद प्रशासन ने और सख्ती शुरु कर दी है। मार्च की शुरुआत में जहां इंदौर डेढ़ सौ के करीब मामले सामने आ रहे थे वह अब पांच सौ के आंकड़ों के पास तक पहुंचने लगा है।