उन्होंने बताया कि प्रसव के दौरान संक्रमित किसी भी मां ने संक्रमित बच्चे को जन्म नहीं दिया है। मंत्री ने कहा, पिछले साल से अब तक 0-14 आयुवर्ग के 5,101 बच्चे संक्रमित पाए गए हैं और 17 बच्चों की मौत हुई।
उन्होंने विशेषज्ञों द्वारा संक्रमण की तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की बात को ध्यान में रखते हुए कहा कि राज्य सरकार इस आशंका को ध्यान में रखते हुए जरूरी तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि तैयारी के तौर पर सरकार ने शिलांग, वेस्ट गारो हिल्स के तूरा क़स्बे और वेस्ट जयंतिया हिल्स के जवाई में बाल अस्पताल तैयार करने का निर्णय लिया है।