सोनिया गांधी ने कहा कि कोरोना काल में सरकार ने जो राहत पैकेज की घोषणा की है कि वह जीडीपी का सिर्फ एक फीसदी है। उन्होंने कहा कि इस समय गरीबों के हाथों में सीधे पैसे डालने की जरूरत है। छोटे उद्योग धंधों को बचाने की भी जरूरत है, लेकिन सरकार ने खोखले वित्तीय पैकेज की घोषणा की है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश भयानक महामारी, आर्थिक संकट और सीमाओं पर तनाव संबंधित संकटों की चपेट में है। उन्होंने कहा कि इन सभी संकटों के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का कुप्रबंधन जिम्मेदार है।