इंदौर। देश के रेड जोन में चौथे नंबर पर चल रहे इंदौर में बुधवार को कोरोना वायरस के मरीजों में अचानक तेज उछाल आया और 131 नए मरीज मिलने से कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 2200 के पार चला गया। हालांकि केवल 1 कोरोना मरीज ने ही दम तोड़ा, जिसके बाद मौतों का आंकड़ा 96 पर पहुंच गया। बुधवार को चार अस्पतालों से 90 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर प्रवीण जड़िया द्वारा देर रात जारी फाइनल मेडिकल बुलेटिन में बताया गया है कि बुधवार को कुल 1422 सैंपलों की जांच रिपोर्ट में 1291 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई है जबकि 131 मरीजों की कोरोना संक्रमण रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 131 नए मरीजों के मिलने के बाद कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 2238 पर पहुंच गया है।
डॉ. जड़िया ने बताया कि बुधवार को प्राप्त किए सैंपलों की संख्या 1728 है। अब तक हमें कुल 18 हजार 537 सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। बुधवार को केवल 1 कोरोना मरीज की मौत हुई। इस मौत के बाद इंदौर में मरने वालों की कुल संख्या 96 हो गई है। उन्होंने यह भी बताया कि शहर में 1096 कोरोना पॉजिटिव मरीजों का उपचार जारी है।
इसके अलावा बुधवार को 90 मरीज विभिन्न अस्पतालों से स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं। अब तक इंदौर में 1114 मरीज कोरोना को मात देकर स्वस्थ हो चुके हैं। सर्वाधिक 44 मरीज अरबिंदो अस्पताल से डिस्चार्ज हुए हैं जबकि इंडेक्स अस्पताल से 36, चोइथराम अस्पताल से 4 और मनोरमा राजे टीबी अस्पताल से 6 मरीजों को छुट्टी मिली है।
अरबिंदो अस्पताल से डिस्चार्ज हुए प्रदीप चौहान, कपिल वैद्य, रमेश अग्रवाल मरीज बेहद खुश थे। इनका कहना था कि हमें बेहतर इलाज मिला। इसके फलस्वरूप हम पूरी तरह स्वस्थ हैं। जो खुशियां स्वस्थ होकर हमें मिलीं हैं, वैसी ही खुशियाँ अन्य मरीजों को भी मिलें और वे भी स्वस्थ होकर सकुशल अपने घरों को पहुंचे, यही हमारी शुभकामनाएं हैं।
इंदौर को कोई राहत नहीं : जिस प्रकार तेजी से इंदौर में कोरोना मरीज बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए आने वाले वक्त में कोई राहत नहीं मिलने वाली है। कलेक्टर मनीष सिंह ने भी कहा कि कोविड-19 के हालात को देखते हुए 17 मई के बाद भी लॉकडाउन बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि लोगों को इस बात के लिए मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए कि जिले में लॉकडाउन की मियाद बढ़ाकर 31 मई तक की जा सकती है।