कोरोना वायरस (Corona virus) की आमद के चलते पूरे देश में लॉकडाउन के साथ नीमच जिला भी 21 मार्च तक लॉकडाउन है। ऐसे में सैकड़ों परिवार ऐसे हैं जो रोज़ कमाते हैं, रोज़ खाना खाते हैं। लॉकडाउन के चलते इन परिवारों को खाना मिल सके इसके लिए नीमच के आम लोगों ने एक संस्था बनाई हेल्पिंग हैंड और यह हर रोज़ 4 हज़ार भोजन के पैकेट बनाकर 2 हज़ार गरीबों को बांट रहे हैं।
कोरोना हारेगा, इस विशवास के साथ आम हिन्दुस्तानी ने कमर कस ली है। हम आपको ऐसे कोरोना वॉरियर्स से मिलवाने जा रहे हैं जो बेहद जांबाज़ी से 2 हज़ार लोगों को सुबह और शाम का खाना पहुंचा रहे हैं।
एसपी मनोज रॉय का कहना है कि नीमच के आम लोगों ने जमकर जज़्बा दिखाया और एक हेल्पिंग हैंड नाम की संस्था बनाई, जिसमें सभी सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग हैं। जो लोग सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता का पूरा ध्यान रखते हुए खुद अपने हाथों से 2 हज़ार लोगों का खाना सुबह और शाम बना रहे हैं। इस अभियान में नीमच के आम लोग अपनी भागीदारी निभा रहे हैं।
एसपी रॉय ने बताया कि हमने शहर के मोहल्ले और बस्तिया चिन्हित की हैं, जहां लोगों को खाने की आवश्यकता है, उनकी लिस्टिंग की गई है और हमारी गाड़ियों से यह खाना सुबह और शाम उनको पहुंचाया जा रहा है।
इस हेल्पिंग हैंड के लिए काम कर रहे दीपक मूंदड़ा का कहना है, हमारा मकसद है कोई भूखा न सोए, इसीलिए इतने लोग जुटे हैं, और सब खुले हाथ से राशन आदि की मदद कर रहे हैं। इसमें लोग जुड़ते ही जा रहे हैं। अभी हम करीब 100 लोग हैं जो रात-दिन जुटे हैं।
इस भोजन पैकेट को पाने वाले बिल्लू भाई, मूलचंद मार्ग का कहना है कि जब से लॉकडाउन हुआ है तब से मन घबराया हुआ था, अब क्या खाएंगे, क्योंकि आगे-पीछे कोई नहीं, बूढ़ा हो चला हूं, मज़दूरी करता था, जो अब बंद है, ऐसे में खाना कौन खिलाए, लेकिन हेल्पिंग हैंड वालों ने चिंतामुक्त कर दिया, मैं पुलिस का भी शुक्रगुज़ार हूं।