भोपाल। कोवीशील्ड वैक्सीनेशन पर केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के बाद अब स्वास्थ्य विभाग ने दूसरी डोज के टीकाकरण को लेकर संशोधित शेड्यूल जारी किया है। संशोधित शेड्यूल में 24 फरवरी से 31 मार्च का कोवीशील्ड और कोवैक्सीन लगवाने वालों को सेकंड डोज किस तारीख को लेनी है इसको बताया गया है। केंद्र की नई गाइडलाइन के मुताबकि अब कोवीशील्ड वैक्सीन के दूसरी डोज का समय पहले जो 28 से 42 दिन के बीच का था वह अब 42 से 56 दिन के बीच का हो गया है।
मध्यप्रदेश में अब तक 25 लाख से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है जिनमें 80 फीसदी लोगों को कोवीशील्ड वैक्सीन लगी है। केंद्र सरकार की कोवीशील्ड को लेकर नई गाइडलाइन से पहले कोवीशील्ड वैक्सीनेशन का कंपलीट समय 0/28/42 था जिसमें पहला डोज लगने के 28 दिन बाद दूसरा डोज और उसके 14 दिन बाद यानि 42 दिन पर एंटीबॉडी टेस्ट का था।
कोवीशील्ड वैक्सीनेशन के दूसरे डोज लेने का समय बढ़ाने का फैसला नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्युनाइजेशन और नेशनन एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन फॉर कोविड -19 (NEGVAC) की रिपोर्ट पर लिया गया है। यूरोप के देशों में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को लेकर जो 4-8 हफ्ते की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा था उसके नतीजों के बाद अब कोवीशील्ड वैक्सीन को लेकर यह गाइडलाइन अपनाई गई है।
वेबदुनिया से बातचीत में मध्यप्रदेश के राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर संतोष शुक्ला कहते हैं कि वह हर प्रदेशवासी से अपील करना चाहेंगे कि वह वैक्सीन का दूसरा डोज तय समय पर जरुर लगवाए। वैक्सीन के पहले डोज के बाद आप कोरोना संक्रमण से अंशिक रुप सुरक्षित होते है जबकि दूसरे डोज के बाद पूर्ण रुप से घातक संक्रमण से सुरक्षित हो जाएंगे।
इसके साथ वह वेबदुनिया के माध्यम से वह प्रदेश के लोगों से एक और अपील करते हुए कहते हैं कि अगर आप ने कोवीशील्ड वैक्सीन का पहला डोज लिया है तो दूसरा डोज भी कोवीशील्ड वैक्सीन का ही लें। पहले और डोज के वैक्सीनेशन में इस बात का जरूर ध्यान रखें कि वैक्सीनेशन साइट नहीं बदल जाए।
राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर संतोष शुक्ला कहते हैं कि दूसरे डोज के वैक्सीनेशन के लिए अब आपके पास मैसेज नहीं आएगा। इसलिए बिना किसी मैसेज के इंतजार किए हुए आप ने जिस वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन का पहला डोज लिया है वहीं पर दूसरा डोज लगवाने के लिए तय तारीख पर अवश्य पहुंच जाए। दूसरे डोज के वैक्सीनेशन के लिए मैसेज नहीं आने का बड़ा कारण वैक्सीनेशन कोविन (Co-Win) एप में बदलाव होना है।
पूर्ण टीकाकरण में होगी देरी-केंद्र की कोवीशील्ड वैक्सीन को लेकर जारी गाइडलाइन के बाद अब एक व्यक्ति के कंपलीट वैक्सीनेशन में पहले से अधिक समय लगने जा रहा है। कोवीशील्ड वैक्सीनेशन की इस नई गाइडलाइन का बड़ा असर अब सीधे 1 मार्च से शुरु हुए कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे चरण पर पड़ने जा रहा है।
मध्यप्रदेश जैसे राज्य जहां कोवीशील्ड वैक्सीन का सबसे ज्यादा उपयोग हो रहा है वहां अब दूसरे चरण का पूर्ण टीकाकरण कार्यक्रम लगभग एक महीने की देरी से पूरा होगा। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर संतोष शुक्ला वेबदुनिया से बातचीत में कहते है कि कोवीशील्ड के सेंकड डोज का समय बढ़ने के बाद अब दूसरे चरण का पूर्ण टीकाकरण कार्यक्रम पूरा होने में देरी होगी।