लखनऊ। कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 के कारण अपने माता-पिता खो चुके बच्चों के लालन-पालन, शिक्षा-दीक्षा सहित उनके विकास के सभी संसाधन उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को 'उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना' की शुरुआत की।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे बच्चे, जिन्होंने कोविड-19 के कारण अपने माता-पिता अथवा उनमें से एक ही जीवित थे और उन्हें भी या विधिक अभिभावक को खो दिया है, तो उनकी समुचित देखभाल राज्य सरकार द्वारा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों को जीवन में उन्नति के सभी अवसर उपलब्ध हो सकें, इसके लिए राज्य सरकार सभी जरूरी प्रबन्ध करने के लिए तत्पर है और इसी उद्देश्य से 'उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना' की शुरूआत की जा रही है।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 197 ऐसे बच्चे हैं जिन्होंने कोविड-19 की वजह से अपने माता-पिता दोनों को खो दिया है। वहीं 1799 ऐसे बच्चे हैं जिनके माता-पिता में से किसी एक का निधन हुआ है, लेकिन ऐसे बच्चों की जांच की जाएगी ताकि पता लगाया जा सके कि उनके माता या पिता की आर्थिक स्थिति कैसी है।
प्रवक्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि बालिकाओं के विवाह की समुचित व्यवस्था के लिए प्रदेश सरकार बालिकाओं की शादी हेतु 1,01,000 रुपए की राशि उपलब्ध कराएगी। उन्होंने बताया कि स्कूल अथवा कॉलेज में पढ़ रहे अथवा व्यावसायिक शिक्षा ग्रहण कर रहे ऐसे सभी बच्चों को टैबलेट/लैपटॉप की सुविधा सरकार उपलब्ध कराएगी।(भाषा)